दो वर्ष से लाहौर घाटी में संचार सेवा ठप्प
सांसद अजय टम्टा से क्षेत्र के प्रधानों ने सामूहिक तौर पर कई बार मिले और क्षेत्र में संचार सेवा की बदहाली की समस्या रखी ,कहा दो वर्ष बीत चुके है क्षेत्र में संचार सेवा बंद पड़ी है अगर क्षेत्र में ऐसी कोई घटना हो जाती है तो लोगों को दो किलोमीटर जाकर मोबाइल खोलना पड़ता है । कहीं जरूरी मैसेज ख बात करना होती है उसे दो किलोमीटर जाना पड़ता है।मोबाइल हर किसी का जीवन का हिस्सा बन गया है। अजय टम्टा संासद ने क्षेत्र की समस्या को गंभीरता से नहीं लिया जिसे क्षेत्र की जनता में भारी आक्रोश है उन्होनें कहा कि आगामी चुनाव में जनप्रतिनियों को इसका जबाब जनता देगी ।
बागेश्वर। विकास खंड बागेश्वर के लाहौर घाटी में करीब बीस गांवों के लोग संचार सेवा से कट गये है । यहां के दूरदराज के इलाकों के लिए डिजिटल इंडिया का नारा बेकार साबित हो रहा है। पन्द्रहपाली से हड़वाड़- जाख में पिछले सप्ताह से संचार नेटवर्क काम नहीं कर रहा है। पन्द्रहपाली ,हड़वाड़ के शाखा डाकघरों में तैनात पोस्टमास्टर समेत इलाके के सभी लोगों को बागेश्वर जाकर अपना काम निटाना पड़ता है।
पन्द्रहपाली ,हड़वाड़ ,जाख दाड़िखेत ,बचींगांव ,गौरीउडियार ,नरगोल कई ईलाकों की संचार सेवा बाधित है। इससे करीब 15 हजार की आबादी दुष्प्रभावित है। इलाके के लोगों को सबसे बड़ी दिक्कत रसोईगैस सिलिंडर की बुकिंग में आ रही है क्योंकि रसोई गैस की मैनुअल बुकिंग नहीं हो रही है। लोग मनोरंजन के लिए व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्वीटर आदि सोशल मीडिया का उपयोग तो दूर की बात अपने लोगों से मोबाईल से बात तक नहीं कर पा रहे है। कई बार क्षेत्र के सांसद अजय अम्टा से मौखकि व सभी ग्राम सभा के प्रधानों से सामूहिक तौर पर मिले व प्रर्थाना पत्र भी दिया लेकिन सांसद अजय टम्टा ने आज दस महिने बीत गये कोई कार्यवाही नहीं की जिसे क्षेत्र के लोगों में भारी आक्रोश है। कोरोना काल में ऑनलाइन पढ़ाई के बड़े-बड़े दावे हो रहे हैं लेकिन लाहौर घाटी क्षेत्र के विद्यार्थी इससे भी वंचित हैं। इस क्षेत्र के पोस्टमाटरों को बागेश्वर दौड़ लगानी पड़ रही है उन्होंने बताया कि यह व्यवस्था कब तक चलते रहेगी लोगों को जरूरी संदेश देने के लिए बागेश्वर आना पड़ रहा है।पन्द्रपाली के ग्राम प्रधान का कहना है कि उन्होंने कई बार बीडीसी मिंटिग में अधिकारियों के सामने कई बार मामला उठाया है लेकिन संचार सेवा नहीं सुधारी जा रही है।क्षेत्र के लोग पिछले दो वर्ष से संचार सेवा से वंचित है।