उत्तर भारत का प्रसिद्व माघ मेला ‘उत्तरायणी’, इस बार भव्य होगा: विनीत कुमार

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बागेश्वर । उत्तरायणी मेला 14 जनवरी से शुरू होता है। कोरोना के कारण दो वर्ष से उत्तरायणी मेला नहीं हुआ है। लेकिन इस वर्ष कोरोना की मार थमी हुई है। जिसके कारण मेले के आयोजन को रणनीति बनाई जा रही है। विधानसभा चुनाव को लेकर दिसंबर में यदि आचार संहिता लगी तो मेला प्रशासन कराएगा।

यहां उत्तरायणी मेले को लेकर विकास भवन सभागार में बैठक हुई। मेले को आकर्षित और भव्य बनाने का निर्णय लिया गया। जिलाधिकारी विनीत कुमार ने कहा कि उत्तरायणी मेले से बागेश्वर की पहचान है। मेले को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए सभी का सहयोग जरूरी है। बागनाथ मंदिर और अन्य मंदिरों की सजावट फूलों और विद्युत मालाओं से होगी। मेले को भव्य रूप दिया जाएगा। बाहर से आने वाले लोग भी अच्छा संदेश लेकर जाएंगे।

पर्यटन विभाग विदेशी पर्यटकों को भी उत्तरायणी मेले में लाने का प्रयास करेगा। सांस्कृतिक पहचान और धरोहर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी ख्याति मिलेगी। स्थानीय कलाकारों को पारंपरिक विधाओं को उजागर करने का मौका मिलेगा। झोड़ा, चांचरी, छपेली को प्राथमिकता मिलेगी। विभाग नुमाइशखेत में स्टाल लगाएंगे। लोनिवि सड़कों को दुरुस्त करेगा। बागनाथ मंदिर के समीप निर्माणाधीन पुल को दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा। बैठक में विधायक चंदन राम दास, नगर पालिका अध्यक्ष सुरेश खेतवाल, जिला पंचायत उपाध्यक्ष नवीन परिहार, गोविद बिष्ट समेत सभी विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

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