एसटीएफ की जांच में कुख्यात अपराधी कलीम के जेल प्रकरण हर दिन नए खुलासे

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अल्मोड़ा । जेल से ही पूरा नेटवर्क चला रहा था अपराधी कलीम ,पूरे पहाड़ में नशे का करोबार पहाड़ के युवाओं को अपने नेटवर्क में जोड़ा था जिसमें जेल के कुछ कर्मचारी भी शामिल होने की खबर सामने आ रही है। एसटीएफ को एक बड़ी कामयाबी मिली जिसे अपराधी कलीम का नेटवर्क का खुलासा हुआ कुख्यात गैंगस्टर कलीम अहमद के जेल प्रकरण मामले में पुलिस ने एक फरार आरोपित को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने बताया कि आरोपित पूर्व छात्रसंघ उप सचिव रह चुका है। आरोपित को एसटीएफ को गैंगस्टर कलीम अहमद के अल्मोड़ा जेल में बंद रहने के दौरान अहम सुराग हाथ लगे थे। जांच के दौरान स्पेशल टास्क फोर्स के सामने अतुल वर्मा का नाम आया था।

जांच के बाद संलिप्तता पाए जाने पर अतुल वर्मा पुत्र स्व. ललित मोहन वर्मा उम्र 29 वर्ष निवासी जौहरी बाजार अल्मोड़ा खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया था। तभी से अतुल फरार चल रहा था। आरोपित मुंबई भागने की फिराक में था। पुलिस ने आरोपित को उसके घर के पास से ही गिरफ्तार किया। पुलिस सूत्रों के अनुसार आजीवन कारावास की सजा काट रहा गैंगस्टर कलीम रंगदारी से मांगी गई धनराशि को अतुल अपने खाते में मंगवाता था। जिसके बाद वह रंगदारी की धनराशि कलीम के साथियों को दिया करता था। आरोपित कलीम के अल्मोड़ा जेल में बंद होने के दौरान उसके संपर्क में आया था। आरोपित अतुल का एक दोस्त अल्मोड़ा जेल में कर्मचारी है। उसके जरिए ही वह कलीम के इस नेटवर्क में शामिल हुआ।

मुकदमा दर्ज होने के बाद आरोपित के बैंक खातों की भी जांच की गई। उसके बैंक ऑफ बड़ौदा के खाते में करीब साढ़े तीन लाख की रकम आई है। यह रकम कहा से आई इसकी जांच की जा रही है। कोतवाल अरुण कुमार ने बताया कि फिलहाल पूछताछ जारी है। जांच के बाद ही खुलासा किया जाएगा। आरोपित को न्यायिक हिरासत में अल्मोड़ा जेल भेज दिया है।

गैंगस्टर कलीम अल्मोड़ा जेल से रंगदारी, नशे आदि का अपना काला कारोबार चला रहा था। बीते दस दिन पूर्व जेल में छापा मार एसटीएफ की टीम ने उसके रैकेट का पर्दाफाश किया। जिसके बाद आजीवन कारावास की सजा काट रहेे कलीम को टिहरी जेल शिफ्ट कर दिया गया। वह हत्या, रंगदारी सहित कई मामलों का दोषी है।।

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