अब ठेले -फड़ लगाने वालों को नेम प्लेट लगाना अनिवार्य होगा ,नगर निगम की कवायद रंग लाई

प्रदेश के बाहर से आकर यहां व्यापार करने वाले ठेला-फड़ संचालक को बायोडाटा और आधार कार्ड के साथ ही अपने नजदीकी थाने से चरित्र प्रमाण पत्र लेकर नगर निगम में जमा करना है। सत्यापन होने के बाद सभी ठेले-फड़ वालों को नेम प्लेट लगाना अनिवार्य किया गया है, जिसके बाद उन्हें व्यापार करने की अनुमति मिलेगी।
हल्द्वानी । नेम प्लेट लगाना शुरू कर दिया गया है। शहर में कई दुकानदारों ने अपने ठेलों के आगे वेंडर्स कार्ड चस्पा कर दिए हैं, जबकि कुछ दुकानदारों ने अपने ठेले-फड़ के आगे कार्ड लटकाएं हैं। इस नई पहल की जहां अधिकांश दुकानदारों ने सराहना की है, तो वहीं कुछ दुकानदार इस नए नियम से नाखुश हैं और इसे निगम और प्रशासन की ओर से बेवजह परेशान करना बताया जा रहा है। अधिकांश दुकानदारों का कहना है कि उनके पास वेंडर्स कार्ड होने और शहर में जगह-जगह वेंडर जोन बनने से ठेले-फड़ वालों को अतिक्रमणकारी घोषित नहीं किया जाएगा और बार-बार नगर निगम व प्रशासन की ओर से होने वाली कार्रवाई से उन्हें फजीहत नहीं झेलनी पड़ेगी।
वेंडर जोन के तहत जगह-जगह ठेले-फड़ लगाने वालों का नगर निगम की ओर से सत्यापन किया जा रहा है। जिसके तहत स्थानीय ठेला-फड़ संचालक को अपना बायोडाटा और आधार कार्ड के माध्यम से सत्यापन कराया जा रहा है। जबकि प्रदेश के बाहर से आकर यहां व्यापार करने वाले ठेला-फड़ संचालक को बायोडाटा और आधार कार्ड के साथ ही अपने नजदीकी थाने से चरित्र प्रमाण पत्र लेकर नगर निगम में जमा करना है। सत्यापन होने के बाद सभी ठेले-फड़ वालों को नेम प्लेट लगाना अनिवार्य किया गया है, जिसके बाद उन्हें व्यापार करने की अनुमति मिलेगी।
मंगल पड़ाव से होगी वेंडर जोन की शुरुआत-
शहर में 2-3 सालों से वेंडिंग जोन बनाने की कवायद चल रही थी, जो अब रंग लाती हुई नजर आ रही है। नगर निगम शुरुआती चरण में मंगल पड़ाव में वेंडिंग जोन बनाने जा रहा है। इसके बाद शहर के विभिन्न स्थानों पर ठेले-फड़ व लोगों की सुविधा के अनुसार वेंडर जोन बनाएं जाएंगे।