उत्तराखंड राजधानी में एमडीडीए का अधिकारी बताकर 50 हजार की ठगी करने वाला शातिर गिरफ्तार
2018 में फर्जी एसडीएम बनकर की थी लाखों की ठगी
देहरादून। एमडीडीए का अधिकारी बनकर एक व्यक्ति से 50 हजार रुपये की ठगी करने वाले दूसरे आरोपित को भी रायपुर थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में पुलिस ने एक आरोपित को रविवार को गिरफ्तार किया था।
थानाध्यक्ष रायपुर अमरजीत सिंह रावत ने बताया कि अभिषेक निवासी ऋषिनगर अधोईवाला ने रायपुर थाने में तहरीर दी कि उनका आमवाला में मकान निर्माणाधीन है। मकान का नक्शा एमडीडीए से पास हो चुका है।
31 दिसंबर को मकान में दो व्यक्ति फीता लेकर पहुंचे। उन्होंने अपने नाम रवि रंजन व सुधांशु पांडे बताए। कहा कि वह दोनों एमडीडीए के अधिकारी हैं। दोनों ने कहा कि मकान का नक्शा गलत है। कार्रवाई नहीं करनी है तो उन्हें 80 हजार रुपये देने पड़ेंगे। इसके बाद आरोपितों ने डरा-धमकाकर अभिषेक से 50 हजार रुपये ले लिए।
शक होने पर पीड़ित एमडीडीए पहुंचा, जहां दोनों व्यक्तियों के बारे में पता किया तो जानकारी मिली कि वहां कोई इन नामों के अधिकारी ही नहीं हैं। इसके बाद उन्हें ठगी का एहसास हुआ। इस पर रायपुर थाने में दोनों आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। रविवार को आरोपित रवि रंजन निवासी नेशविला रोड शेष 30 हजार रुपये लेने के लिए निर्माणाधीन मकान में आया था। इस दौरान पीड़ित ने उसे पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया।
फरार चल रहे आरोपित सुधांशु पांडे निवासी डोभालवाला नेशविला रोड को पुलिस ने सोमवार को नेशविला रोड से गिरफ्तार किया। उसके पास से 20 हजार रुपये नकद, पीड़ित का आधार कार्ड और मकान के नक्शे की फोटो कापी सहित अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं।
एसएसआइ आशीष रावत ने बताया कि पूछताछ के दौरान पता चला कि आरोपित सुधांशु पांडे धोखाधड़ी के आरोप में पहले भी जेल जा चुका है। 2018 के दौरान आरोपित ने फर्जी एसडीएम बनकर कई व्यक्तियों से ठगी की थी। इस मामले में राजपुर थाना पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भिजवाया था। जेल से छूटने के बाद आरोपित फिर से ठगी करने लग गया।