तबाही के कगार पर पहुंचा जोशीमठ ,सभी निर्माण कार्यों पर रोक, फिर भी कट रहे पहाड!
उत्तराखंड के पहाडी़ क्षेत्र ,देवभूमि पर छेड़छाड़ करोगें तो तबाही तो आनी ही है ,वन विभाग के अधिकारी वन तस्करों की मिलीभगत से जंगल के जंगल कट रहे है ,पहाड़ के लोग इसके खिलाफ रोज चिल्ला रहे रहे थे लेकिन प्रदेश सरकार आजतक अनजान बनी हुई थी जब तबाही सर पर आई तब सरकार की आंखे खुली ।
आज जोशीमठ के लोगों को इसका खामजिया भुगतना पड़ रहा है, वे अपना आशियाना छोड़कर उन्हें खुले आसमान के नीचे रहने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
जोशीमठ । तबाही के कगार पर पहुंचा ,सबसे बड़े संकट का सामना कर रहे जोशीमठ में एहतियात के तौर पर सभी निर्माण कार्यों पर रोक लगी है। लेकिन जोशीमठ-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर हेलंग की ओर धड़ल्ले से चौड़ीकरण का काम जारी है। यहां जेसीबी पहाड़ों का सीना छलनी कर रही है। ये काम रात-दिन चल रहा है। इस मामले में प्रदेश सरकार मौन बैठी हुई है।
जोशीमठ नगर में घरों और व्यावसायिक भवनों में दरारें आने और जगह-जगह पानी का रिसाव होने के बाद राज्य सरकार ने वहां सभी तरह के निर्माण कार्यों पर रोक लगाने के आदेश दिए। इसमें एनटीपीसी, हेलंग बाइपास और अन्य निर्माण कार्य बंद भी कर दिए गए। लेकिन हैरानी की बात है कि जोशीमठ राष्ट्रीय राजमार्ग के चौड़ीकरण काम धड़ल्ले से जारी है।
ऐसे खतरे की घंटी कुमाऊॅं में भी जातई जा रही है यहां पर अंधाधुध अवैध खनन पहाड़ का सीना लगातार चीरा जा रहा है। इस तरफ सभी अनजान बनें हुए है ।