भाजपा छोड़ नेताओं का काग्रेस में शामिल होने से कांग्रेसी कार्यकत्ताओं में विरोध सुर शुरू

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उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव के लिए कुछ समय शेष रह गया है। इसको देखते हुए कांग्रेस में दबाव बनने का खेल शुरू हो गया है। अभी बहाना भाजपा नेताओं के कांग्रेस में आने का है। इसको लेकर पार्टी हाईकमान पर दबाव बनाया जा रहा है।जो वर्षो से कांग्रेस की सेवा करते आ रहे है वे भी चुनाव लड़ने की दावेदरी कर रहे है तो भाजपा से आए नेताओं ने उनकी चिंता बढ़ा दी हैं कहीं हमारा टिकट कट न जाय।

देहरादून। विधानसभा चुनाव नजदीक आते देख भाजपा व कांग्रेस में दलबदल की राजनीति जोरो में है यह परिपाटी तो भाजपा ने ही चलाई है तो नुकसान भाजपा को ही झेलना पड़ेगा अभी दलित वोटों की चिंता भाजपा को सताये बैठी है क्योंकि यशपाल आर्य व बेटे ने भाजपा छोड़कर काग्रेस में चले आए है जिसे काग्रेस का पलड़ा दलित वोटो से भारी हो गया है।

अभी बहाना भाजपा नेताओं के कांग्रेस में आने का विरोध करने के नाम पर हाईकमान पर दबाव बनाया जा रहा है। अभी रायपुर कांग्रेस के दिग्गज कांग्रेसी नेताओं ने लामबंद होकर बाहरी व्यक्ति को टिकट देने का विरोध शुरू कर दिया है। चर्चाएं हैं कि भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ कांग्रेस ज्वाइन कर रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशियों ने विधायक का टिकट मिलने का रास्ता बंद होते देख विरोध तेज कर दिया है। हालांकि, टिकट के दावेदारों ने कैंट विधानसभा क्षेत्र में तो अपने नाम का प्रचार भी प्रारंभ कर दिया है। यहां छह कांग्रेसी दिग्गज टिकट के दावेदारों में शुमार हैं। युवा ब्रिगेड से लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेता कैंट से कांग्रेस प्रत्याशी होने का अभी से दम भरने लगे हैं।

धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र से पूर्व कैबिनेट मंत्री दिनेश अग्रवाल की पार्टी गतिविधियों में कम सक्रियता अन्य दावेदारों को मौका देती दिख रही है। यहां भी युवा नेता ताल ठोक रहे हैं। मसूरी विधानसभा क्षेत्र व डोईवाला विधानसभा क्षेत्र में भी पूर्व प्रत्याशी तो सक्रिय हैं ही, इस बार नये प्रत्याशी भी दावा कर रहे हैं। दून शहर के सबसे हाट सीट रायपुर विधानसभा क्षेत्र बनने वाली है यहां। उमेश शर्मा काऊ अभी भाजपा से विधायक हैं। उनकी कांग्रेस में आने की अटकलें तेज हो गई हैं। ऐसे में कांग्रेस के दिग्गज नेता जो रायपुर से कांग्रेस में टिकट के प्रबल दावेदार थे उन्हें मौका हाथ से खिसकता दिख रहा है। ऐसे में उन्होंने विधायक काऊ के कांग्रेस में आनेकी चर्चाओं के दम पर ही कड़ा विरोध करना प्रारंभ कर दिया है।
अब देखना है कि पार्टी हाईकमान दबाव बनाने वाले नेताओं से कितना प्रभावित होता है या उनके दबाव के दरकिनार करता है यह आने वाले समय पर पता चल सकेगा। कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता मथुरा प्रसाद जोशी कहते हैं कि पार्टी के भीतर दावेदारी जताना सभी का अधिकार है। पार्टी सर्वसम्मति से जिसे टिकट देगी उसको कांग्रेस मैदान में उतार पूरी ताकत से चुनाव लड़ेगी।

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