हल्द्वानी की सड़के अतिक्रमण से पटी जिला व पुलिस प्रशासन बेबस
हल्द्वानी । नैनीताल का जिला प्रशासन व पुलिस शहर में बढ़ते अतिक्रमण को हटाने में नाकाम साबित हो रहे है वे अतिक्रमणकारियों के आगे बेबस है कुछ भी नहीं कर पाते है जनता परेयाान हो रही है यह बति6मण पिछले तीन महिने से और बढ़ गया है जब से जिला प्रयाासन में फेरबदल हुआ है।
शहर में दिन-प्रतिदनि बढ़ते वाहनों के दबाव और अतिक्रमण से सिकुड़ते चौराहों पर राहगीरों के लिए सब-वे और फुट ओवर ब्रिज बनाने की योजना भी सिर्फ फाइलों तक सीमित रही। नगर निगम ने शहर के प्रमुख चौराहों पर सब-वे और फुट ओवर ब्रिज बनाने की डीपीआर भी तैयार कर ली थी। योजना धरातल पर उतरने से पहले ही इसकी फाइल बंद हो गई। नगर निगम व पुलिस प्रशासन बढ़ते अतिक्रमण को राजनैतिक दबाब के बीच रोक पाने में नाकाम साबित हो रही है अगर नगर प्रशासन सख्ती बरती है तो कैबीनेट सतर के मंत्री का फोन आने शुरू हो जाते है ऐसे नगर की यातायात व्यवस्था नेतागिरी की भेंट चढ़ गई है पैदल चलते राहगिरों का चलना दूभर हो गया है। शहर में पैदल चलना सबसे बड़ी समस्या है। फुटपाथों पर दुकानदारों का कब्जा है। अधिकांश चौराहे अतिक्रमण से घिरे हैं। वाहनों का जाम लगने से पैदल चलने वालों को परेशान होना पड़ता है। बुजुर्गों को सबसे ज्यादा परेशानी होती है।
प्रमुख चौराहों का निरीक्षण कर सब-वे और फुट ओवर ब्रिज बनाने के लिए नापजोख भी की। इसी के बाद डीपीआर तैयार हुई और डीपीआर को हरी झंडी भी मिल गई।बजट जारी होकर इनका निर्माण शुरू हो पाता, इससे पहले ही नेताओं की आपसी लड़ाई में योजना ही गायब हो गई ।40 फीट की सड़क थी, लेकिन अब प्रशासनिक अधिकारियों की उपेक्षा से अतिक्रमण से सिकुड़ कर महज 16 फीट रह गई है।मंगल पड़ाव से लेकर एसबीआई तक पहले कभी 40 फीट की सड़क पर वाहनों ने आसानी से आवाजाही हो जाती थी। लेकिन अब अतिक्रमण के चलते यह सड़क सिकुड़ कर महज 16 फीट रह गई है। सड़क के दोनों और होते जा रहे अतिक्रमण से लगातार सड़क की चौड़ाई कम हो रही है। ऐसे में लगे जाम से निकलने के लिए लोगों को घंटे मशक्कत करनी पड़ती है।