मस्जिदों में लाउडस्पीकरों के बढ़ते शोर से लोग परेशान
बागेश्वर लाउडस्पीकरों के बढ़ते प्रयोग के खिलाफ होप इंडिया फाउंडेशन ने मोर्चा खोल लिया है। उन्होंने मस्जिद से ध्वनि विस्तारक यंत्रों को हटाने की मांग की है ताकि ध्वनि प्रदूषण ना हो।
नियमों का पूरा पालन कर लाउडस्पीकर आदि का प्रयोग किया जा रहा है। सभी जिलों के मस्जिदों में इसी प्रकार की व्यवस्था है।-हसीब, सचिव, जामा मस्जिद कमेटी, बागेश्वर
होप इंडिया फाउंडेशन ने जिला मुख्यालय में ध्वनि विस्तारक यंत्रों से हो रहे ध्वनि प्रदूषण का मामला उठाया है। उन्होंने कहा कि लाउडस्पीकर आदि के प्रयोग से लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है। सुप्रीम कोर्ट भी इस मामले में आख्या दे चुका है कि कोई धर्म लाउडस्पीकर बजाने के लिए नहीं कहता है। धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार नागरिक व्यवस्था, नैतिकता और स्वास्थ्य से जुड़े हुए हैं। कोई मजहब नहीं सिखाता कि प्रार्थना के लिए लाउडस्पीकर, ढोल नगाड़े बजाएं।
पूरे मामले की जांच की जाएगी। अगर ध्वनि विस्तारक यंत्र मानकों के अनुरूप नहीं होगा तो कार्रवाई की जाएगी। ध्वनि प्रदूषण पर हाईकोर्ट ने भी सख्त टिप्पणी की हुई है। -अमित श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक, बागेश्वर
होप इंडिया फाउंडेशन के अध्यक्ष भूपेश उपाध्याय ने कहा कि मस्जिद में लाउडस्पीकरों के प्रयोग से ध्वनि प्रदूषण हो रहा है, जिसे तत्काल रोका जाना चाहिए। बीमार, बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 25 एक के अनुसार देश के सभी नागरिकों को अपना धर्म मानने का अधिकार है, लेकिन धर्म के प्रचार-प्रसार और पूजा पद्यति के लिए ध्वनि विस्तारक यंत्र के माध्यम से अन्य धर्मों की जनता को परेशान करने का अधिकार संविधान ने किसी को नहीं दिया है। उन्होंने डीएम, एसपी को एक माह के भीतर कार्रवाई करने का ज्ञापन दिया है। उन्होंने कहा कि अगर लाउडस्पीकर नहीं हटे तो वह भी ध्वनि विस्तारक यंत्र लगाकर भजन कीर्तन का अनिश्चितकालीन कार्यक्रम करेंगे।