शिव महोत्सव से लौट रहे लोग हिमपात में फंसे,गुंजा में साल का दूसरा हिमपात

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उच्च हिमालयी क्षेत्र में सोमवार को मौसम खराब होने से गुंजी महोत्सव में प्रतिभाग कर लौट रहे कलाकारों सहित अन्य लोगों ने गर्ब्यांग में रात गुजारी। जिलाधिकारी एसडीएम सहित प्रशासनिक और राजस्व दल उच्च हिमालय में मौसम खराब होते ही धारचूला रवाना हुए और देर रात धारचूला पहुंचे।

धारचूला । उच्च हिमालयी क्षेत्र में सोमवार को मौसम खराब होने से गुंजी महोत्सव में प्रतिभाग कर लौट रहे कलाकारों सहित अन्य लोगों ने र्गब्यांग में रात गुजारी। जिलाधिकारी, एसडीएम सहित प्रशासनिक और राजस्व दल उच्च हिमालय में मौसम खराब होते ही शाम को धारचूला रवाना हुए और देर रात धारचूला पहुंचे।
गुंजी महोत्सव के समापन के बाद सोमवार को जिलाधिकारी डा. आशीष चौहान सहित प्रशासनिक अधिकारियों ने आदि कैलास क्षेत्र का भ्रमण किया। दिन में मौसम साफ रहा। दोपहर बाद उच्च हिमालय में मौसम खराब होने लगा। हिमपात की संभावना देखे हुए प्रशासनिक अमला आदि कैलास क्षेत्र से गुंजी को लौटा। इस बीच हिमपात होने लगा था। मौसम के रंग को देखते हुए प्रशासनिक अमला शाम को ही गुंजी से धारचूला रवाना हो गया। वहीं महोत्सव में प्रतिभाग करने गए कलाकार व अन्य लोग भी जब गुंजी से धारचूला की तरफ चले तो गर्ब्यांग के पास से भारी हिमपात होने लगा। जिस कारण इन लोगों को गर्ब्याग में ही रात्रि प्रवास करना पड़ा। मंगलवार को सेना के सहयोग से कलाकार व अन्य लोग धारचूला को रवाना हुए। गुंजी गए कुछ लोग अब गुंजी से रवाना हो रहे है। हालांकि अभी व्यास घाटी के ग्रामीणों का माइग्रेशन प्रारंभ नहीं हुआ है। सबसे अंत में व्यास घाटी के ग्रामीण माइग्रेशन करते हैं। दीपावली के बाद ही कुटी से बूंदी तक के ग्रामीण माइग्रेशन में धारचूला को रवाना होने वाले हैं।

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