बागेश्वर जनपद का पन्द्रहपाली गांव कोरोना मुक्त
बागेश्वर । दूसरी लहर में कोरोना महामारी के विकराल रूप से जहां जिले में ही नहीं, बल्कि देश-दुनिया में दहशत है, वहीं बागेश्वर का पन्द्रहपाली गांव कोराना फ्री है। लोगों की जागरूकता और नियमों का पालन करने से इस साल यहां अब तक कोई कोरोना मरीज नहीं मिला है। कोराना का केस नहीं होने से ग्रामीण चैन की सांस ले रहे हैं। ग्रामीण बेफ्रिक होकर अपने कृषि कार्य कर रहे है।
पन्द्रहपाली बागेश्वर जिला मुख्यालय से 9 किलोमीटर दूर है, जो लाहौर घाटी के नाम से जाना जाता है। भराड़ी रोड बालीघाट से अलग से कट जाने वाला रोड पन्द्रहपाली होते हुए सलानी तक मिलान है इस मार्ग में वाहनों की आवागमन कम है। चकाचौंध से दूर होने के कारण इस साल यहां कोई कोरोना मरीज नहीं मिला है।
आपको बता दें कि इस गांव में पहिले 150 परिवार थे । अब आधे से अधिक परिवार पलायन कर चुके है मात्र करीब 20 से 25 परिवार रह रहे है । यहां के ग्रामीण खुद को कोरोना से बचाने के लिए जरूरी एहतियात बरत रहे हैं। ऐसे में पन्द्रहपाली जिले के अन्य गांवों के लिए भी मिसाल बन गया है।
पन्द्रहपाली गांव में दिल्ली या दूसरे राज्यों से आने वाले ग्रामीणों को स्कूल में क्वारंटीन किया जाता है। उसकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही गांव में घुसने दिया जाता है। लाहौर नदी किनारे गांव का वातावरण काफी स्वच्छ है।
प्रकृति की गोद में बसा गांव की हवा भी कुछ खास है। प्रधान ने बताया कि इस साल अब तक गांव में कोई कोरोना मरीज नहीं मिला है। लोगों की जागरूकता और नियमों का पालन करने से कोरोना को हराया जा सकता है।महामारी से बचाव के लिए समय-समय पर लोगों को जागरूक किया जाता है।