उत्तराखंड के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में पुष्कर धामी ने ली शपथ,पांच महिने का राजपाट मिला
खटीमा विधायक पुष्कर सिंह धामी के सिर पर उत्तराखंड के 11वें सीएम का मुकुट जरूर सज गया है, लेकिन लेकिन फिलहाल उनके सामने कई चुनौतियां है । चुनावी साल होने की वजह से धामी को प्रदेश के मुखिया के रूप में काम करने के लिए बामुश्किल पांच महीने का वक्त मिलेगा। इन्हीं पांच महीनों में नए सीएम को न केवल सरकार-संगठन को तालमेल के साथ आगे बढ़ाना है, बल्कि चुनाव की तैयारी भी करनी है। भले ही उन्हें पांच महीने का राजपाट मिला है, लेकिन जवाबदेही सरकार के पूरे पांच साल के कार्यकाल की देनी होगी।
देहरादून।खटीमा विधायक पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री बन गए हैं। उन्होंने रविवार को मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ 11 वें मुख्यमंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने उन्हें शपथ दिलाई। इस दौरान मंत्रिमंडल के सदस्यों ने भी शपथ ग्रहण की। बता दें, इससे पहले शनिवार को भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद धामी ने पार्टी नेताओं के साथ राजभवन जाकर राज्यपाल बेबी रानी मौर्य से मुलाकात की और उन्हें सरकार बनाने संबंधी प्रस्ताव सौंपा।
सतपाल महाराज, डॉ. हरक सिंह रावत, बंशीधर भगत, यशपाल आर्य, बिशन सिंह चुफाल, सुबोध उनियाल, अरविंद पांडेय, गणेश जोशी, धन सिंह रावत, रेखा आर्य और स्वामी यतीश्वरानंद।धामी मंत्रिमंडल में पुराने चेहरों पर ही जताया गया भरोसा।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा, मैं युवाओं के बीच काम कर रहा हूं और उनके मुद्दों को अच्छी तरह समझता हूं। कोविड ने उनकी आजीविका को प्रभावित किया है। हम उनके लिए स्थिति को बेहतर बनाने की कोशिश करेंगे और राज्य में रिक्त पदों पर युवाओं को नियुक्त करने का प्रयास करेंगे।