बागेश्वर रोडवेज डिपो भवन की गुणवता पर उठे सवाल
दो करोड़ 88 लाख 83 हजार रुपये की लागत से बस अड्डा जिसमें बंदरबांट होने से निमार्ण कार्य में गुणवता की अनदेखी
बागेश्वर। तत्कालीन जिलाधिकारी रंजना राजगुरु ने निर्माणाधीन रोडवेज डिपो का निरीक्षण किया था जिसमें निमार्ण कार्य में कई खामियां पायी गई , दिवारों में दरारें ,फर्स पर गड्डे सिंमेट का अनुपात नहीं के बराबर, दरवाजे ,खिड़ियां सही ढंग से नहीं लग पा रही है। जिसको लेकर जिलाधिकारी ने निमार्ण ऐजसीं को दिशानिर्देश देते हुए सीघ्र ही भवनों के खामियों को दुरस्त करें लेकिन वह आजतक पूरे नहीं हुए जगह- जगह पर और दरारे आ चुकि है।
मालूम हो कि बिलौना में दो करोड़ 88 लाख 83 हजार रुपये की लागत से बस अड्डा बनकर तैयार हो गया है।जिसमें कार्यालय कक्ष, चालक कक्ष एवं यात्रियों के ठहरने के लिए बनाए गए कक्षों के अलावा भोजन आदि की व्यवस्था के लिए कैंटीन व फिल्ड बनाया गया । कार्यदायी संस्था उत्तराखंड पेयजल निगम ने बस अड्डे का भवन बनकर तैयार किया है। बस अड्डे में यात्रियों के ठहरने के लिये डोरमैट्री भी उपलब्ध रहेगी। भोजन आदि की व्यवस्था के लिए कैंटीन भी संचालित होगी और बस अड्डे में कुछ दुकानें भी संचालित की जाएंगी। अभी हाल ही में लगातार वारिश होने से बने फिल्ड व भवनों के निमार्ण की गुणवता की पोल खुल गई । वर्तमान में कोविड सेंटर में तब्दील हुआ है।