सुशीला तिवारी अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट का अकाल, मशीनों धूल फांक रही है
हल्द्वानी : कुमाऊं के सबसे बड़े सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय में एक बार फिर से रेडियोलाजिस्ट का पद खाली हो गया है। संविदा पर कार्यरत एकमात्र रेडियोलाजिस्ट को सेवा विस्तार नहीं मिला है। उनके खिलाफ प्रधानमंत्री कार्यालय से लेकर कई स्तर पर शिकायतें दर्ज हो चुकी थीं।
राजकीय मेडिकल कालेज के अधीन संचालित डा. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय के रेडियोलाजी विभाग कई वर्षों से बदहाल है। विभाग में एकमात्र प्रोफेसर डा. पंकज महेश संविदा पर कार्यरत हैं। उन्हें तीन साल हो चुके हैं। वह पहले अपनी निजी डायग्नोस्टिक सेंटर में जांच करते हैं। दोपहर दो बजे जाद अस्पताल पहुंचते हैं। तब तक मरीजों को उपचार के लिए भटकना पड़ रहा है। इस तरह की शिकायत प्रधानमंत्री कार्यालय से लेकर कई जगह की गई है। वित्तीय अनियमितता का भी आरोप लगाया गया है। साथ ही जांच की मांग की गई है।
डा. पंकज महेश का कार्यकाल 14 मार्च को पूरा हो गया था। इसके बाद उनकी फाइल सेवा विस्तार के लिए शासन में चली है। शिकायत के बाद उनके सेवा विस्तार को लेकर संशय बना हुआ है। फिलहाल रेडियो डायग्नोसिस विभाग पूरी तरह रेडियोलाजिस्ट विहीन हो चुका है। अल्ट्रासाउंड सेंटर पर ताला लटक चुका है। अब प्राचार्य प्रो. अरुण जोशी ने नेत्र रोग विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. जीएस तितियाल को रेडियो डायग्नोसिस विभाग की प्रशासनिक जिम्मेदारी भी सौंपी है। प्राचार्य जोशी का कहना है कि रेडियोलाजिस्ट की नियुक्ति के लिए प्रयास जारी हैं।