छात्रवृति घोटाले की जांच अब एसआईटी करेगी ,जब तक बड़ी मछलियां पकड़ में नहीं आती तब तक जांच घुमते रहेगी

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देहरादून । उत्तराखंड के 164 कॉलेजों के खिलाफ छावृति घोटाले की जांच अब एसआईटी ने अपनी जांच शुरू कर दी है । इस जांच में एसआईटी तभी निष्पक्षता सामने ला सकती है जब राजनैतिक दबाब बंद हो जाय क्योंकि इसमें बड़ी मछलियां भी शामिल है। वे नहीं चाहते इस घोटाले में हमारा नाम उछलकर आए । प्रदेश में 203 शैक्षिक संस्थानों में से 39 कॉलेजों की जांच करने के बाद अब एसआईटी ने 164 कॉलेजों की भूमिका की तफ्तीश शुरू कर दी है।
आपको बता दें कि वर्ष 2019 में छात्रवृत्ति घोटाले का मामला प्रकाश में आने के बाद तत्कालीन सरकार ने एसआईटी का गठन कर प्रकरण की जांच शुरू करवाई थी।इतने वक्त के बाद भी एसआईटी अपनी जांच पूरी नहीं कर पायी है।
दो वर्षों में 39 कालेजों की जांच पूरी हुई उसमें एसआईटी ने काशीपुर के बाद अलग-अलग थानों में 60 केस दर्ज करते हुए तत्कालीन जिला समाज कल्याण अधिकारी सहित तीन दर्जन से अधिक लोगों की गिरफ्तारी की थी। जांच में पता चला था छात्रवृत्ति घोटाले में ऐसे लाखों विद्यार्थियों ने छात्रवृत्ति का लाभ लिया, जो इस सुविधा के पात्र भी नहीं थे। इसी दौरान वर्ष 2020 में कोरोना की लहर आने के बाद से वर्ष 2021 तक एसआईटी की जांच धीमी पड़ गई थी। लेकिन कोविड-19 की लहर धीमी पड़ने के बाद एसआईटी ने 203 चिह्नित कॉलेजों में से 39 कॉलेजों की भूमिका की जांच पूरी करने के बाद अब 164 कॉलेजों की जांच एक साथ शुरू कर दी है।

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