सीनियर सिटीजन कार्ड बनवाएं, हजारों फायदे पाएं, जानिए बनवाने का पूरा प्रोसेस
सीनियर सिटीजन आईडी कार्ड हो तो सीनियर सिटीजन को पोस्ट ऑफिस की स्कीम के अलावा अस्पतालों में मुफ्त इलाज से लेकर अन्य हजारों फायदें मिलते है। आइए नीचे खबर में जानते है कार्ड बनवाने का स्टेप टू स्टेप प्रोसेस
नई दिल्ली, सीनियर सिटीजन की भारी तादाद और उनकी रोजमर्रा की दुश्वारियों को देखते हुए सरकार सीनियर सिटीजन कार्ड बनाती है. यह कार्ड 60 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों के लिए बनाया जाता है जिसे सीनियर सिटीजन आईडी कार्ड भी कहते हैं. यह कार्ड भी एक तरह का पहचान पत्र है जो कार्डधारक की डिटेल बताता है. इस कार्ड की मदद से सीनियर सिटीजन को कई खास सुविधाएं दी जाती हैं. सरकारी के साथ ही प्राइवेट स्कीम का लाभ भी इस कार्ड की बदौलत दिया जाता है. इस कार्ड में सीनियर सिटीजन का ब्लड ग्रुप, इमरजेंसी कांटेक्ट नंबर, एलर्जी और अन्य मेडिकेशन डिटेल दी गई रहती है. तो आइए जानें कि सीनियर सिटीजन आईडी कार्ड कैसे बनता है.
सीनियर सिटीजन कार्ड राज्य सरकारें अपने स्तर पर बनाती हैं. इसके लिए राज्य सरकार की ऑनलाइन वेबसाइट पर अप्लाई करना होता है. एप्लिकेशन के साथ कुछ कागजात भी देने होते हैं ताकि आवेदन के वेरिफिकेशन की प्रक्रिया पूरी की जा सके.
-एज प्रूफ के लिए कागजात
इसके लिए पासपोर्ट, पैन कार्ड, स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट दे सकते हैं
2-निवास प्रमाण पत्र के कागजात
इसमें वैध दस्तावेज जैसे राशन कार्ड, पासपोर्ट, इलेक्शन कार्ड, बिजली या फोन का बिल दे सकते हैं जो आवेदक के नाम से हो
-मेडिकल इनफॉर्मेशन कागजात
इसमें ब्लड रिपोर्ट, मेडिकेशन और एलर्जी की रिपोर्ट देनी होती है
स्टांप साइज फोटोग्राफ भी लगाना होता है
कैसे करते हैं अप्लाई
सीनियर सिटीजन आईडी कार्ड बनाने के लिए राज्य सरकार की वेबसाइट पर अप्लाई करना होता है. इसका फॉर्म राज्य सरकार की वेबसाइट पर ही मिलता है जहां इसे ऑनलाइन भरा जा सकता है।
आवेदक को दो फोटोग्राफ और पते के प्रमाण की एक कॉपी और एक आयु प्रमाण दस्तावेज के साथ आवेदन पत्र को रजिस्टर और जमा करना होगा. इसके बाद, आवेदक पंजीकरण प्रक्रिया के साथ आगे बढ़ सकता है. प्रत्येक आवेदक जिसने जरूरी दस्तावेज जमा किए हैं और पंजीकरण प्रक्रिया पूरी कर ली है, उसे आवेदन की मंजूरी और दस्तावेजों के वेरिफिकेशन के बाद वरिष्ठ नागरिक पहचान पत्र प्राप्त होगा.