डीआईजी की स्पेशल स्कवाड चलाएगी अभियान, पुलिस की लापरवाही,अनदेखी पर चौकी व थाना प्रभारी पर होगी कार्रवाई
हल्द्वानी। शहर में बढ़ती आपराधिक गतिविधियों के चलते डीआईजी नया प्रयोग करने जा रहे हैं। डीआईजी ने अपनी खुद की स्कवायड तैयार की है जो हफ्तेभर शहर में रहकर वाहन चेकिंग, अराजक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई और तकनीकी टीम सत्यापन का काम करेगी। शहर में अतिक्रमण को हटाने का भी काम किया जाएगा। हल्द्वानी में प्रयोग सफल रहा तो इसी अभियान को रुद्रपुर और काशीपुर में भी चलाया जाएगा।
शुक्रवार को बहुउद्देशीय भवन में डीआईजी डॉ. नीलेश आनंद भरणे ने बताया कि अल्मोड़ा और चंपावत से 4 सब इंस्पेक्टर, 6 हेड कांस्टेबल और 30 सिपाहियों को बुलाया है। इनके अलावा नैनीताल पुलिस के जवानों को भी स्कवायड में शामिल किया गया है। करीब दस टीमें बनाई गईं हैं और दस दरोगा अलग-अलग टीमों को लीड करेंगे। टीमें अपने-अपने क्षेत्रों में दिन के समय बाजार और मुख्य मार्गों पर अतिक्रमण हटाना, वाहन चेकिंग समेत अन्य निरीक्षण करेंगे। इसके साथ ही शाम से रात तक सड़क व हाइवे किनारे, शहर के पार्कों में नशा करने वाले, आपत्तिजनक गतिविधियां करने वालों की धरपकड़ करेगी। कुछ दिन पहले नैनीताल में तकनीकि टीम ने सत्यापन अभियान चलाया था। उसी आधार अब एक तकनीकी टीम हल्द्वानी में भी काम करेगी और आधार कार्ड की जांच कर सत्यापन करेगी। बैठक के दौरान एसपी क्राइम डॉ. जगदीश चंद्र, एसपी सिटी हरबंस सिंह, कोतवाल हरेंद्र चौधरी समेत अन्य चौकी प्रभारी व पुलिसकर्मी मौजूद रहे।
जिस क्षेत्र में मिली ज्यादा अराजकता, वहां के प्रभारी पर होगी कार्रवाई
शहर के हीरानगर चौकी क्षेत्र स्थित योगा पार्क, नैनीताल रोड स्थित बुद्ध पार्क, रामलीला मैदान के पास स्थित डीके पार्क समेत कई ऐसे सार्वजनिक स्थान ऐसे हैं जहां शाम से ही नशेड़ियों और जुआरियों का जमावड़ा शुरू हो जाता है। कई बार इन जगहों पर झगड़ा-फसाद के मामले भी सामने आ चुके हैं। इनके अलावा जिन क्षत्रों पर खुले में शराब पीने, सड़क किनारे शराब पिलाने वाले दुकानदार या फिर सड़क किनारे ही गाड़ी में शराब पीने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी। डीआईजी ने बताया कि जिन क्षेत्रों में पुलिसकर्मियों की अनदेखी सामने आती है वहां के चौकी प्रभारी व थाना प्रभारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
बहुउद्देश्यीय भवन के कांफ्रेंस हॉल में पुलिस फोर्स को ब्रीफ करते हुए एसपी क्राइम डॉ. जगदीश चंद्र ने बताया कि टीमें जब बाजार या फिर अन्य किसी जगह पर अतिक्रमण हटाने के लिए जाती हैं तो शांतिपूर्वक कार्य करें और लोगों को भरोसे में भी लें। कार्रवाई के दौरान विवाद होने या आशंका पर पुलिसकर्मी वीडियो रिकॉर्डिंग भी करेंगे।