श्रीदेव सुमन विवि के छात्र अब घर बैठे कर सकेंगे यूपीएससी की तैयारी
श्रीदेव सुमन विवि में प्रोजेक्ट यूपीएससी शुरू कर दिया गया है। प्रथम चरण के तहत सुपर-39 में चयनित छात्र-छात्राओं को इसमें शामिल किया गया है।
देहरादून । श्रीदेव सुमन विवि व इससे संबद्ध कॉलेजों के छात्र अब घर बैठकर संघ लोकसेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षाओं की तैयारी कर सकेंगे। इसके लिए विवि में प्रोजेक्ट यूपीएससी शुरू किया गया है। प्राथमिक चरण के तहत इस प्रोजेक्ट में सुपर-39 के लिए चयनित छात्र-छात्राओं को शामिल किया गया है।
प्रोजेक्ट के तहत कक्षाएं ऑनलाइन होंगी। पिछले महीने मुरादनगर यूपी की संस्था पावन चिंतन धारा आश्रम ने उत्तराखंड राजभवन में अपना प्रजेंटेशन दिया था। इसमें संस्था ने राज्य भर में संघ लोकसेवा आयोग की परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को निशुल्क कोचिंग दिए जाने का प्रस्ताव रखा था।
निशुल्क ऑनलाइन कक्षाएं संचालित
इसके लिए उसने प्रदेश के तीन विश्वविद्यालयों (पंतनगर कृषि विवि, श्रीदेव सुमन विवि व दून विवि) का चयन किया गया था। इन विश्वविद्यालयों का चयन सुपर-39 के लिए भी किया गया है। श्रीदेव सुमन विवि के कुलपति प्रो. एनके जोशी ने बताया कि विवि में प्रोजेक्ट यूपीएससी शुरू कर दिया गया है।
प्रथम चरण के तहत सुपर-39 में चयनित छात्र-छात्राओं को इसमें शामिल किया गया है। प्रो. जोशी ने बताया कि विवि से संबद्ध सभी कॉलेजों को पत्र भेज इस योजना से अपने छात्रों को जोड़ने के लिए कहा गया है। विवि मे प्रोजेक्ट यूपीएससी के निदेशक प्रो. डीकेपी चौधरी ने बताया कि प्रोजेक्ट के तहत कक्षाएं सप्ताह में रविवार व शनिवार को सुबह 11 बजे से शाम चार बजे तक संचालित की जा रही हैं। कक्षाएं निशुल्क ऑनलाइन कक्षाएं संचालित की जा रही हैं।
क्या है प्रोजेक्ट यूपीएससी
प्रोजेक्ट यूपीएससी, आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को सिविल सेवा परीक्षाओं की तैयारी में मदद करने के लिए शुरू किया गया एक प्रोजेक्ट है। इस प्रोजेक्ट के तहत, अनुभवी शिक्षकों और सेवानिवृत्त आईएएस, आईपीएस और पीसीएस अधिकारी निशुल्क ऑनलाइन और ऑफलाइन कोचिंग देते हैं। इसके अलावा, छात्रों की शंकाओं के समाधान के लिए परामर्श सत्र भी आयोजित किए जाते हैं।
प्रोजेक्ट यूपीएससी में शामिल होने के लिए, छात्र 8882918694 पर कॉल करके पंजीकरण करा सकते हैं। पंजीकरण के बाद, उम्मीदवारों का चयन करने के लिए एक प्रवेश परीक्षा और साक्षात्कार आयोजित किया जाता है।