वित्तीय वर्ष 2022-23 के अंतिम दो दिनों में खर्च हुई 1700 करोड़ की राशि

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देहरादून:  उत्तराखंड ने फिर वर्षों पुरानी परंपरा पर ही कदमताल की। वित्तीय वर्ष 2022-23 के अंतिम महीने और अंतिम दिनों पर ही बजट की बड़ी धनराशि के खर्च का दारोमदार रहा। अंतिम माह मार्च में वार्षिक बजट में से पांच से छह हजार करोड़ की राशि खर्च हुई।

अंतिम दो दिनों यानी 30 और 31 मार्च को विभागों ने ताकत झोंकी और 1700 करोड़ से अधिक राशि उपयोग में लाई गई। परिणामस्वरूप इस वर्ष 54500 करोड़ से रुपये से अधिक बजट खर्च होने का अनुमान है। वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए बजट आकार अनुपूरक बजट को मिलाकर 71011.92 करोड़ हो गया।

इसके बाद तीसरी तिमाही यानी 31 दिसंबर समाप्त होने तक कुल बजट में से 29412.89 करोड़ खर्च हो पाए थे। इसके एक माह बाद यानी वित्तीय वर्ष के 10वें वर्ष की समाप्ति तक बजट खर्च में लगभग 350 करोड़ की वृद्धि हुई। बजट खर्च को लेकर विभागों की सुस्ती का परिणाम ये रहा कि अंतिम महीने मार्च में ही बजट की बड़ी राशि ठिकाने लगाई जा सकी।

वित्तीय वर्ष के अंतिम दिन यानी 31 मार्च तक कुल बजट खर्च 54500 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है। कुल बजट आकार 71011.92 करोड़ का यह 76.74 प्रतिशत है। मार्च महीने के 31 दिनों में बजट खर्च को लेकर विभागों ने सुस्ती तोड़ी। पूरे महीने में पांच से छह हजार करोड़ की राशि का उपयोग हो पाया। अंतिम दो दिनों में 1700 करोड़ से अधिक राशि खर्च हो पाई है। यद्यपि बजट खर्च के अंतिम आंकड़े कुछ दिन बाद ही सामने आ सकेंगे।

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