14 दिन बाद भीमताल झील में मिला लापता रेंजर का शव, ऐसे की आत्महत्या

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हल्द्वानी ।डिवीजन में तैनात लापता रेंजर हरीश चंद्र पांडेय का शव बुधवार को 14 दिन बाद भीमताल झील से बरामद हुआ।

हल्द्वानी। तराई केंद्रीय वन प्रभाग के रुद्रपुर डिवीजन में तैनात लापता रेंजर हरीश चंद्र पांडेय का शव बुधवार को 14 दिन बाद भीमताल झील से बरामद हुआ। वह हल्द्वानी ऊंचापुल के रहने वाले थे। 29 नवंबर को शाम 7.30 बजे घर से गश्त पर जाने की बात कहकर निकले थे। लेकिन वापस नहीं लौटे। स्वजन ने मुखानी थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी।

पुलिस, वन विभाग व स्वजन अपने-अपने स्तर से उनकी तलाश कर रहे थे। लापता होने से पहले रेंजर अपने मोबाइल को घर के बाहर खड़ी कार में छोड़ गए थे। उनकी अंतिम लोकेशन भीमताल में मिली थी।

ऐसे हुए शव की शिनाख्त

भीमताल थानाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि गुरुवार सुबह उन्हें सूचना मिली कि झील में एक शव उतराया है। इस पर उन्होंने टीम को मौके पर भेजा। शव की शिनाख्त रेंजर के जेब में मिले पर्स, फोटो व अन्य दस्तावेजों से हुई। थानाध्यक्ष के अनुसार शव गल चुका है। स्वजन को सूचना देकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।

तो विभागीय काम से तनाव में थे रेंजर

रेंजर हरीश चंद्र पांडेय के स्वजन के अनुसार वह विभागीय काम से काफी तनाव में थे। वहीं, गुमशुदगी मामले की जांच कर रहे मुखानी थानाध्यक्ष प्रमोद पाठक ने बताया कि रेंजर के लापता होने के बाद वन कर्मियों से पूछताछ की गई थी। तब उन्होंने बताया था कि भाखड़ा रेंज में कुछ समय पहले सागौन के 12 पेड़ काटे गए थे, जिसकी अधिकारियों ने जांच शुरू करा दी थी। तभी से रेंजर तनाव में थे। ऐसे में इस घटना को आत्महत्या से जोड़कर देखा जा रहा है।

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