हारकर भी जीत गए धामी ,कई नामों के बीच धामी ही क्यों भाए भाजपा को

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उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी को विधायक दल का नेता चुन लिया गया है। मौजूदा सीएम पुष्कर सिंह धामी दूसरी बार उत्‍तराखंड के सीएम बनेंगे। खटीमा से चुनाव हारने के बावजूद फिर से पुष्कर सिंह धामी ही उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बनेंगे।

देहरादून: उत्तराखंड अगले मुख्यमंत्री (CM) के नाम से पर्दा उठ गया है। नया मुख्यमंत्री चुनने के लिए बीजेपी विधायक दल ने सोमवार को बैठक की जिसके बाद पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) को विधायक दल का नेता चुना गया है। चुनाव से पहले धामी ही राज्य में बीजेपी सरकार के मुखिया थे। उत्तराखंड के 20 साल के इस सफर में प्रदेश को 11 मुख्यमंत्री मिले हैं। भाजपा ने सात मुख्यमंत्री दिए हैं, तो कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश को तीन मुख्यमंत्री दिए हैं। हालांकि, भाजपा शासन के पांच साल के कार्यकाल में पहली बार उत्तराखंड में तीन-तीन मुख्यमंत्री मिले हैं। आइए अब जानते हैं धामी के चुनाव हारने के बावजूद केंद्रीय नेतृत्व की तरफ से एक फिर उन्हें सत्ता क्यों सौंपी गई है.

भाजपा विधायकों की बैठक में ‌उन्हें सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना गया। बैठक में भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह और मीनाक्षी लेखी भी मौजूद रहे। इसके साथ ही राज्य में 11 दिनों से जारी मुख्यमंत्री पद का सस्पेंस खत्म हो गया। दरअसल पुष्कर सिंह धामी के विधानसभा चुनाव में खटीमा सीट से हार जाने के कारण अन्य नेता भी सीएम पद के लिए दावेदारी करने लगे थे।

खुद चुनाव हार गए लेकिन बीजेपी को जिता गए
पुष्कर सिंह धामी के लिए सबसे बड़ा फैक्टर साबित हुआ कि वे खुद चुनाव हार गए लेकिन बीजेपी को जिता गए। भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस नजदीकी टक्‍क्‍र दे रही थी। इन सबसे बचने हुए

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