अवैध निमार्ण के खेल में पूरा जिला प्रशासन नैनीताल शामिल है ,अगर नहीं है तो प्राधिकरण के फिल्ड अभियंता को आजतक क्यों बर्खास्त नहीं किया , इस प्रदेश में अब पत्रकार सुरक्षित नहीं है
ऊंचापुल क्षेत्र में बुधवार को प्रशासन और प्राधिकरण की टीम ने जिस अवैध निर्माण कार्य को ध्वस्त कराया उसका नक्शा कैसे पास हो गया? इसे लेकर लोग सवाल खड़े कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि उक्त भवन नाले से सटा हुआ है जबकि नाले के आसपास मानचित्र स्वीकृत नहीं हो सकता है।यदि मानचित्र स्वीकृत नहीं था तो प्राधिकरण ने अब तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की? और यदि मानचित्र स्वीकृत था तो फिर प्राधिकरण ने बुधवार को मौके पर निर्माण कार्य क्यों ध्वस्त करा दिया।
हल्द्वानी I पूरे प्राधिकरण की अवैध वसूली की मलाई ऊपर से नीचे तक सभी स्वाद ले रहे है इस मलाई को बड़े रसूकदार बांट रहे है ,त्यौहरों में इनके घर बड़े -बड़े गिफ्ट मंहगी से महगी मिठाईयों के डिब्बे पहुंच रहे है। जिला प्रधिकरण की छत्र-छाया में इन दबंगों के हौसले बुलंद है। जिसका संया कोतवाल उसे काहे को डर होय, यही तो इस प्रदेश में हो रहा है। इस प्रदेश में अब पत्रकारों को निष्पक्ष लिखना ,कवरेज करना खतरे से खाली नहीं है। 25 साल पहिले इस हल्द्वानी में दबंग लोग मीडिया के नाम से डरते थे क्यों शासन -प्रशासन देवभूमि में दबंगों को संरक्षण नहीं देते थे ,पत्रकारों का सम्मान करते थे ,उन्हें हर संभव सुरक्षा प्रदान करते थे लेकिन 25 साल में कायाकल्प हो गया शासन -प्रशासन पत्रकरों को संरक्षण देने के बाजाय दबंगों को बगल में बैठाते है।
अगर यही रवैया चलते रहा तो कोई भी पत्रकार सुरक्षित नहीं है और इसी तरह से दबंग लोग हमला करतंे रहेगें क्योंकि उन्हें संरक्षण मिल रहा है।
हल्द्वानी में भू-माफिया ,खनन माफिया सबसे ज्यादा हावी है इसे पुलिस व जिला प्रशासन सबकुछ जानती है ,लेकिन क्या करें इन्हें राजनैतिक संरक्षण जो मिला हुआ है अगर कोई अधिकारी इनकी जन्मकुंडली खंखलता है तो उसका सीधे सचिवालय देंहरादून में बैठा दिया जाता है।
