सरिता आर्य को टिकट देने से भाजपा में बगावत के सुर, कहा बाहर से आए को तब्बजो क्यों
नैनीताल. ‘पार्टी को अपने मूल कार्यकर्ताओं को ही तवज्जो देनी चाहिए, वरना हतोत्साहित महसूस करने वाले कार्यकर्ताओं के भीतर रोष पैदा हो सकता है.’ उत्तराखंड चुनाव से पहले हुए घटनाक्रम के बाद नैनीताल में भाजपा के कार्यकर्ताओं की भावनाएं कुछ इस तरह उजागर हो रही हैं. इस सीट से संजीव आर्य विधायक रहे, लेकिन कुछ समय पहले उन्होंने अपने पिता यशपाल आर्य के साथ कांग्रेस का दामन थाम लिया. स्थिति यह है कि भाजपा के नेता इस बार चुनाव में टिकट मिलने की आस में थे, तभी कांग्रेस की महिला मोर्चे की प्रमुख सरिता आर्य ने भाजपा में एंट्री ले ली. अब भाजपा के भीतर टिकट को लेकर घमासान मचा हुआ है.