कैसे करेंगे छात्र पढाई! सरकारी स्कूलों की पहली और सातवीं की किताबें खत्म;शिक्षा विभाग ने बताई यह वजह
हल्द्वानी । प्राइवेट स्कूलों के बाद अब सरकारी स्कूलों के बच्चों को भी किताबों की कमी सताने लगी है। नैनीताल समेत कुछ अन्य जिलों में कक्षा 1 और कक्षा 7 की किताबें नहीं मिल रही हैं। मामले में अफसरों का कहना है कि ऐसा इस बार दाखिलों की संख्या में बढ़ोत्तरी के चलते हुआ है। फर्मों से किताबों की छपाई में तेजी लाने को कहा गया है।
बीते साल तक शिक्षा विभाग की ओर से पहली से आठवीं कक्षा तक के बच्चों को पैसा दिया जाता था, ताकि किताबें बाजार से खरीद सकें। लेकिन इस शिक्षा सत्र से कक्षा 1 से 12वीं तक के बच्चों को किताबें खरीदकर दी जानी हैं। इसके एवज में स्कूलों को बजट उपलब्ध कराया जा चुका है।
निदेशालय स्तर से किताबों की छपाई के लिए टेंडर कराए गए थे। इसके आधार पर हल्द्वानी की दो व मथुरा की एक फर्म को किताबें छापने का काम मिला है। शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार प्रत्येक स्कूल से अपने संकुल को किताबों की डिमांड भेजी जानी है। इसके आधार पर फर्मों द्वारा उपलब्ध कराई जानी हैं।