चम्पावत की मित्र पुलिस खाकी की आड़ में कर रही थी चरस का कारोबार ,गिरफ्तार
नशाखोरी के खिलाफ अभियान चलाने वाली मित्र पुलिस का आज असली चेहरा जनता के सामने आ ही गया ,आखिर चरस के कारोबार की जानकारी चम्पावत के पुलिस अधिकारियों न होना उचित नहीं होगा , चम्पावत पुलिस ने उत्तराखंड की खाकी पर धब्बा लगा दिया है ऐसे में मित्र पुलिस भरोसे करने लायक नहीं बची ,जब रक्षक ही भक्षक बन गये । चम्पावत के पुलिस अधीक्षक बात करने को तैयार नहीं है।
उत्तराखंड की मित्र पुलिस शर्मसार हुई
बनबसा । चम्पावत जिले के निवासी दो सिपाही यूएस नगर के किच्छा में आठ किलो चरस के साथ गिरफ्तार हुए हैं। इनमें एक सिपाही चम्पावत कोतवाली जबकि दूसरा पिथौरागढ़ में तैनात है। दोनों सिपाही मूल रूप से चम्पावत जिले के ही निवासी हैं। यूएस नगर पुलिस ने इस मामले में दो अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया है।
सूत्रों से मालूम हुआ है कि चम्पावत से चरस का कारोबार लम्बे अर्से से चल रहा था जिसमें पुलिस के अलावा बड़े नशे के करोबार करने वाले माफिया भी शामिल है। जानकारों ने बताया कि नेपाल से खुलेआम चरस चम्पावत जिले में आती है । इस गैंग ने पुलिस से मिलकर बहुत बड़ा नेटवर्क बना लिया और चरस का सप्लाई पुलिस खाकी वर्दी में करती है ।
सूत्रों से मालूम हुआ कि कुछ दिन पहिले गिरोह में लेनदेन में विवाद होने से आज मुखबिरी होने से मामला पकड़ में आ गया । चम्पावत कोतवाली में तैनात सिपाही प्रदीप र्फतियाल लंबे समय से चरस तस्करी का गिरोह चल रहा था। वर्दी की आड़ में वह चम्पावत से सस्ते दामों में चरस खरीदकर यूएस नगर समेत अन्य इलाकों में तस्करी में जुटा हुआ था।
मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने सरगना सिपाही प्रदीप र्फतियाल, पिथौरागढ़ के सिपाही प्रभात बिष्ट समेत अन्य को गिरफ्तार किया है। फिलहाल उनसे पूछताछ चल रही है। दोनों सिपाही मूल रूप से चम्पावत जिले के ही निवासी हैं। उनकी टैक्सी नंबर की एक वैगनआर और होंडा इमेज कार भी सीज की है।