मुसलमान समुदाय के गिरोह ने नितिन पंत का हिन्दू घर्म नष्टकर जबरन अली हसन बनाया
2010 में काम की तलाश में नितिन राजस्थान के अलवर के भिवाड़ी गया था. वहां उसे कुछ लोग ऐसे मिले, जो उसे राजस्थान के मेवात के पंचगावा ले गए और फिर उन्होंने पंत का जबरन धर्म परिवर्तन करवाने के लिए पहले लालच दिए. वह नहीं माना तो उसे डरा धमकाकर और मारपीट के बाद जबरन मुस्लिम बना दिया.नामकरण के बाद उसके अंगभंग की कोशिश की गई, लेकिन यह संभव नहीं हो सका. इस व्यक्ति ने आपबीती सुनाते हुए बताया कि मौलवी व उसके साथियों ने अन्य हिन्दू लड़के व लड़कियों को फंसाकर इस्लाम मे दाखिल करवाने का दबाव बनाया
सहारनपुर । (जितेन्द्र)। नैनीताल के रहने वाला नितिन पंत उर्फ अली हसन का जबरन धर्म परिवर्तन राजस्थान में कराए जाने के मामले का खुलासा हुआ है. सहारनपुर के हिन्दू संगठनों की शरण मे पहुंचे नितिन उर्फ अली हसन ने आपबीती सुनाई और चौंकाने वाले खुलासे किए. पंत के मुताबिक उसे बंदूक के ज़ोर पर परिवार को जान से मारने की धमकी देकर इस्लाम कबूल करवाया गया. यही नहीं, दस साल पहले हुए इस अवैध धर्म परिवर्तन के बाद उसे 6 साल तक राजस्थान में एक तरह से कैद रखा गया. बाद में किसी तरह पंत उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर ज़िले में हिंदू संगठनों की शरण में पहुंचा और हिंदू धर्म में वापसी कर सका.
उत्तराखंड के नैनीताल के रहने वाले नितिन का कहना है कि उसको राजस्थान के मेवात में पैसे, नौकरी, शादी व घर का लालच दिया गया. इस लालच के बाद उससे जबरन इस्लाम कबूल करवाया गया और उसके साथ मारपीट करते हुए उसके परिवार को जान की धमकी दी गई. इस तरह धर्म परिवर्तन के शिकार हुए नितिन पंत ने सहारनपुर के कुछ हिन्दू संगठनों की शरण में जाकर हिंदू धर्म में वापसी के लिए मदद मांगी.
पूरा मामला सहारनपुर से सामने आया है, जहां के बालाजी घाट में डर के मारे छुपकर रह रहे एक शख्स ने खुद को नैनीताल निवासी नितिन पंत बताते हुए कहा कि वह 2010 में काम की तलाश में नितिन राजस्थान के अलवर के भिवाड़ी गया था. वहां उसे कुछ लोग ऐसे मिले, जो उसे राजस्थान के मेवात के पंचगावा ले गए और फिर उन्होंने पंत का जबरन धर्म परिवर्तन करवाने के लिए पहले लालच दिए. वह नहीं माना तो उसे डरा धमकाकर और मारपीट के बाद जबरन मुस्लिम बना दिया.
हिंदुओं को फंसाने का काम सौंपा गया!
पंत उर्फ अली हसन का कहना है कि वहां नामकरण के बाद उसके अंगभंग की कोशिश की गई, लेकिन यह संभव नहीं हो सका. इस व्यक्ति ने आपबीती सुनाते हुए बताया कि मौलवी व उसके साथियों ने अन्य हिन्दू लड़के व लड़कियों को फंसाकर इस्लाम मे दाखिल करवाने का दबाव बनाया, लेकिन उसे यह गवारा नहीं हुआ. उसने बताया कि उसको कमरे में बन्द रखकर कई दिनों भूखा रखा जाता था. इसके बाद उसको ज़बरदस्ती इस्लामिक शिक्षा व तौर तरीके सिखाने के लिए मुजफ्फरनगर के मदरसे में भेजा गया. यहां से अन्य मदरसों में उसे भेजा जाने लगा, तभी कुछ दिन पहले मौका पाकर वह फरार हो गया.
हिंदू संगठनों ने दी पीड़ित को शरण
पंत उर्फ हसन का कहना है कि सहारनपुर में हिन्दू संगठन से जुड़े निपुण भारद्वाज को उसने आपबीती सुनाई तो उसकी धर्म वापसी का रास्ता बना. बजरंग दल से ताल्लुक रखने वाले निपुण भारद्वाज का कहना है कि नितिन के साथ अवैध और अमानवीय बर्ताव करने वाले लोगों के खिलाफ सरकार को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. निपुण भारद्वाज व बालाजी घाट के संचालक अतुल तुली ने जल्द शुद्धिकरण करवाकर नितिन पंत की वापसी धर्म में करवाने का भरोसा दिलाया.
इधर, पूरे मामले में सिटी एसपी राजेश कुमार ने बताया कि युवक की आपबीती सुनने के बाद युवक से इस संबंध में प्रार्थना पत्र लिया गया है, जिसके आधार पर जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. हालांकि कुमार ने उन मदरसों की जांच के बारे में कुछ कहने से संकोच किया, जिन पर पीड़ित ने आरोप लगाया है.