हल्द्वानी ग्रामीण क्षेत्र के लोग नगर निगम में आकर हो गये परेशान , हर तरफ समस्याओं का है अंबार ,कोई सुनने को नहीं तैयार
हल्द्वानी। गांवों को जब नगर निगम में शामिल किया गया था तो कई दावे और वादे किए गए थे। वार्डवासियों को भी उम्मीद थी कि उन्हें बेहतर नागरिक सुविधाएं मिलेंगी लेकिन हालात बदतर हैं। वार्डवासियों तो यह तक कह रहे हैं कि निगम में शामिल होकर ठगे गए, वह ग्रामीण क्षेत्र में ही सही थे। वहां कम से कम नालियों, सड़कों और सोलर लाइटों का काम तो हो जाता था।
आपको बता दें कि मल्ली बमौरी से लेकर पूरे बिठौरिया नं01 ,ऊंचापुल से लेकर कालाढूंगी रोड हनुमान मंदिर तक में नगर निगम ने स्ट्रीट लाइट तो लगाईं लेकिन इनकी मरम्मत करना भूल गया। वार्ड की तीन मुख्य समस्याएं हैं। इनमें सबसे बड़ी समस्या स्ट्रीट लाइट की है। दूसरी खराब सड़क है। तीसरी बड़ी समस्या नाले-नालियों की सफाई नहीं होने की है। लोगों का आरोप है कि छह महीने से स्ट्रीट लाइट खराब हैं। ऑनलाइन-ऑफलाइन शिकायत के बाद भी जिम्मेदार सुनने को तैयार नहीं हैं। पिछले साल तक तो नगर निगम पार्षदों से नाले-नालियों की सफाई कराने के लिए कहता था। इस बार नालियों की सफाई नहीं हुई है।
आपको यह भी बता दे कि वार्ड की आधी स्ट्रीट लाइटें छह महीने से खराब पड़ी हैं। मेयर, नगर आयुक्त को अवगत कराने के बाद भी अब तक स्ट्रीट लाइटें सही नहीं हुई हैं। मानकों के अनुसार उनके वार्ड में 12 सफाई कर्मी होने चाहिए लेकिन उनके वार्ड में मात्र आठ सफाई कर्मी हैं। निगम ने नालों की सफाई के लिए 60 लोगों का समूह बनाया है। उनके वार्ड की नालियां कूड़े से बजबजा रही हैं। लावारिस जानवर फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। आए दिन इनके कारण दुर्घटना हो रही है।
वही नगर निगम के आयुक्त पंकज उपाध्याय ने अपनी सफाई देकर कहा कि स्ट्रीट लाइट लगाने और उसके रखरखाव का ठेका ईईएसएल को दिया है। कंपनी पहले सही से काम नहीं कर रही थी। अब कंपनी ने काम करना शुरू कर दिया है। जल्दी ही स्ट्रीट लाइट सही कर दी जाएंगी। नए वार्डों में नालियों की सफाई का काम चल रहा है। ऐसे इलाके जहां जलभराव की समस्या अधिक है, वहां पहले काम कराया जा रहा है।