उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में 22 सीटों पर उतरेगी असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ,सियासी पारा गरमाया

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जिस तरह से पंचायत चुनावों में दो बच्चों से अधिक उम्मीदवार चुनाव नहीं लड़ सकते ,अगर यही कानून लोक सभा व विधान सभा चुनावों में लागू हो जाय तो देश में भ्रष्टाचार व अपराध काफि कम हो जायेगें यह कानून देश हित में सर्वोपरि है । अगर ऐसा नहीं हुआ तो आने वाला वक्त बेहद खतरनाक होगा । उत्तराखंड पहाड़ों के जनपदों में मुस्लिम वोटर ज्यादा बढ़ाने के लिए दनकी बसावत बढ़ रही है और मस्जिदें बनाने का ऐलान कर चुके है यानि कि पहाड़ के जनपदों में मुसलमानों की जनसंख्या को बढ़ाने का लक्ष्य है । सूत्रों से ज्ञात हुआ कि जनसंख्या बृद्वि के लिए इन्हें बड़ी फंडिग मिल रही है। यह पहाड़ के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।

राज्य के कई जिलों में अल्पसंख्यक मतदाताओं की अच्छी खासी संख्या है. मसलन उत्तराखंड के देहरादून, उधम सिंह नगर, हरिद्वार और नैनीताल हल्द्वानी में मुस्लिम वोटर काफी संख्या में रहते हैं। इसे पहाड़ों में और ज्यादा वोटर बढ़ाने के लिए बसावत के साथ -साथ मस्जिदें बनाने का ऐलान कर चुके है ।

हल्द्वानी । अगले साल यानि 2022 कें शुरू में ही उत्तर प्रदेश के साथ उत्तराखंड में भी विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल अपनी रणनीतियां बनाने में जुटे हुए हैं. वहीं, एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी भी उत्तराखंड चुनाव लड़ने की धमकी दे दी है। यकीनन राज्य में भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और अब एआईएमआईएम की एंट्री हो गई है। आप पार्टी पिछले दो साल से तैयारी कर रही है। कहीं ऐसा न हो आप व ओवैसी साझा चुनाव न लड़े ।
आपको बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी (एआईएमआईएम) के यूपी के बाद उत्तराखंड में भी चुनाव लड़ने से न सिर्फ सियासी पारा बढ़ा है बल्कि चुनाव में ध्रुवीकरण की राजनीति के चरम पर पहुंचने की संभावना भी बढ़ गई है. बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी की अल्पसंख्यक मतदाताओं पर अच्छी पकड़ मानी जाती है और राज्य के कई जिलों में अल्पसंख्यक मतदाताओं की अच्घ्छी खासी संख्या है. मसलन उत्तराखंड के देहरादून, उधम सिंह नगर, हरिद्वार और हल्द्वानी में मुस्लिम वोटर काफी संख्या में रहते हैं। इसे पहाड़ों में और ज्यादा बढ़ाने के लिए मस्जिदें बनाने का ऐलान कर चुके है यानि कि पहाड़ के जनपदों में मुसलमानों की जनसंख्या को बढ़ाने का लक्ष्य है । सूत्रों से ज्ञात हुआ कि जनसंख्या बृद्वि के लिए इन्हें बड़ी फंडिग मिल रही है।
कांग्रेस को होगा नुकसान
असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के उत्तराखंड के मैदान में उतरने से कांग्रेस को ज्घ्यादा नुकसान होने की उम्घ्मीद है, क्घ्योंकि मुस्लिमों को उसका परंपरागत मतदाता माना जाता रहा है. हालांकि आम आदमी पार्टी भी सेंधमारी में जुटी हुई है और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल समेत तमाम नेता लगातार राज्य के दौरे कर रहे हैं. यही नहीं, इस दौरान वह भाजपा और कांग्रेस पर हमले करने के साथ खुद को विकल्प बता रहे हैं. जबकि केजरीवाल ने राज्य में अपनी सरकार बनने पर 300 यूनिट बिजली फ्री देने का ऐलान करने के साथ पुराने बिल माफ करने का वायदा भी किया है।
असदुद्दीन ओवैसी करेंगे उत्तराखंड का दौरा
उत्तराखंड के आईएमआईएम अध्यक्ष डॉ.नय्यर काजमी के मुताबिक, पार्टी चीफ असदुद्दीन ओवैसी अगले कुछ दिनों में राज्य का दौरा करेंगे. इसके साथ उन्होंने कहा कि भाजपा और कांग्रेस दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं. जबकि दोनों ने राज्य की जनता को ठगने का काम किया है, लेकिन इस बार जनता इनके जाल में फंसने वाली नहीं है. इसके साथ काजमी का मानना है कि हम राज्य की 22 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेंगे और पूरे 22 सीटें जीतगें ।

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