भारी भूस्खलन के मलवे में दबी सैनिक की पत्नी,13 परिवार खतरे की जद से छोडा़ आश्याना
पहाड़ की तरफ से मलबा जोशी गांव से मात्र बीस मीटर की दूरी पर गिरा। इस दौरान गांव निवासी पशुपति भट्ट 23 वर्ष पत्नी हरीश भट्ट घर से बीस मीटर दूर स्रोत पर पानी भरने गई थी। पशुपति मलबे में दब गई। तेरह मकान खतरे में आ गए हैं।
पिथौरागढ़ । तहसील धारचूला के नेपाल सीमा से लगे बलुवाकोट क्षेत्र के जोशी गांव में गुरु वार अपरान्ह को पहाड़ दरक गया। पहाड़ टूटने से गिरे मलबे में एक फौजी की पत्नी दब गई है। गांव के तेरह मकान खतरे में आ चुके हैं। तेरह परिवारों ने मकान छोड़ दिए हैं। पुलिस मौके पर पहुंच चुकी है और एसडीआरएफ की टीम मौके को रवाना हो चुकी है।
घटना अपरान्ह तीन बजे के आसपास की है। बलुवाकोट बाजार से लगभग छह किमी ऊपर स्थित जोशी गांव में तेज आवाज के पहाड़ दरका और भारी मलबा, पत्थर गिरे। पहाड़ की तरफ से मलबा जोशी गांव से मात्र बीस मीटर की दूरी पर गिरा। इस दौरान गांव निवासी पशुपति भट्ट 23 वर्ष पत्नी हरीश भट्ट घर से बीस मीटर दूर स्रोत पर पानी भरने गई थी। पशुपति मलबे में दब गई। मलबे से गांव के तेरह मकान खतरे में आ गए हैं। पहाड़ की तरफ से मलबा गिरता जा रहा है। तेरह परिवारों के लोग मकान छोड़ कर खुले आसमान के नीचे हैं।गांव के पूर्व सरपंच पूर्व सैनिक चंचल सिंह ऐरी ने इसकी सूचना बलुवाकोट थाना और जिलाधिकारी पिथौरागढ़ को दी।
सूचना मिलते ही बलुवाकोट से पुलिस मौके पर पहुंच चुकी है। जिलाधिकारी के निर्देश पर एसडीआरएफ की टीम मौके को रवाना हो चुकी है। गांव में अफरातफरी का माहौल बना हुआ है। क्षेत्र में बीती रात्रि भारी बारिश हुई है। मलबे में दब कर लापता महिला का पति हरीश भट्ट भारतीय सेना में है। वह अपनी ड्यूटी पर है। पशुपति देवी का एक छोटा बच्चा है। मलबे में दबी महिला का पता लगाने में पुलिस, ग्रामीणों के साथ जुटी है।