खून में घुल चुके गंदे यूरिक एसिड को क्रिस्टल बनने से पहले ही बाहर निकाल फेंकेंगे ये 5 सस्ते फल

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खून में यूरिक एसिड बढ़ने से हाइपरयूरिसीमिया बीमारी का खतरा होता है और इसकी वजह से यूरिक एसिड क्रिस्टल का रूप ले सकता है और ये क्रिस्टल जोड़ों में जमा हो सकते हैं और गठिया गाउट का कारण बन सकते हैं। कई बार ये किडनी में भी जा सकते हैं पथरी बना सकते हैं।

यूरिक एसिड (Uric acid) खून में पाया जाने वाला कोलेस्ट्रॉल की तरह एक अपशिष्ट या गंदा पदार्थ है। यह तब बनता है जब शरीर प्यूरीन (purines) नामक रसायनों को तोड़ता है। वैसे तो यूरिक एसिड खून में घुल जाता है और किडनी से होकर पेशाब के साथ निकल जाता है लेकिन कई बार यह निकल नहीं पाता और खून में जमा होता रहता है। इससे आपको हाइपरयूरिसीमिया (Hyperuricemia) नाम की बीमारी का खतरा हो सकता है।

यूरिक एसिड लेवल बढ़ने के नुकसान क्या हैं? हाइपरयूरिसीमिया बीमारी की वजह से यूरिक एसिड क्रिस्टल का रूप ले सकता है और ये क्रिस्टल जोड़ों में जमा हो सकते हैं और गठिया गाउट का कारण बन सकते हैं। कई बार ये किडनी में भी जा सकते हैं पथरी बना सकते हैं।

हैं? हाइपरयूरिसीमिया बीमारी की वजह से यूरिक एसिड क्रिस्टल का रूप ले सकता है और ये क्रिस्टल जोड़ों में जमा हो सकते हैं और गठिया गाउट का कारण बन सकते हैं। कई बार ये किडनी में भी जा सकते हैं पथरी बना सकते हैं।

यूरिक एसिड से बचने का सबसे आसान उपाय यह है कि आप ऐसी चीजों का सेवन न करें जिनमें प्यूरीन की मात्रा कम होती है। वैसे तो यूरिक एसिड के लिए कई दवाएं और इलाज मौजूद है लेकिन आप कुछ फलों को अपनी डाइट में शामिल करके नैचुरली इसका लेवल कम कर सकते हैं।

अंगूर, संतरा, अनानास और स्ट्रॉबेरी जैसे खट्टे फलों में भरपूर मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है, जो आपके यूरिक एसिड लेवल को कम करते हैं और गाउट के जोखिम को रोकने में मदद करते हैं। लेकिन अगर आप अपने गठिया के लिए ‘कोल्सीसिन’ दवा लेते हैं, तो अंगूर न खाएं। यह आपकी दवा के असर को कम कर सकता है।

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