टाईगर रिजर्व के पर्यटन कारोबारी चिंतित

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रामनगर । राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) ने पत्र जारी कर टाइगर रिजर्व के कोर में जंगल सफारी पर प्रतिबंध लगाने के लिए कहा है। एनटीसीए के इस आदेश के बाद पर्यटन कारोबारी चिंतित हैं। पर्यटन कारोबारियों की चिंता है कि कोर जोन में सफारी नहीं होने से पर्यटक घूमने नहीं आएंगे और उनका कारोबार ठप हो जाएगा। कॉर्बेट पार्क में अधिकतर पर्यटन जोन के कोर जोन में सफारी होती है। ढिकाला कोर जोन में है, कोर जोन बंद होने पर वहां पर्यटक नहीं आएंगे।

रामनगर (नैनीताल)। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) ने पत्र जारी कर टाइगर रिजर्व के कोर में जंगल सफारी पर प्रतिबंध लगाने के लिए कहा है। एनटीसीए के इस आदेश के बाद पर्यटन कारोबारी चिंतित हैं। पर्यटन कारोबारियों की चिंता है कि कोर जोन में सफारी नहीं होने से पर्यटक घूमने नहीं आएंगे और उनका कारोबार ठप हो जाएगा। कॉर्बेट पार्क में अधिकतर पर्यटन जोन के कोर जोन में सफारी होती है। ढिकाला कोर जोन में है, कोर जोन बंद होने पर वहां पर्यटक नहीं आएंगे।ढिकाला जोन में धनगढ़ी गेट से गैरल से आगे का वन क्षेत्र कोर जोन में आता है और ढिकाला भी कोर जोन में है। बिजरानी जोन में सेमलचौड़ से आगे का वनक्षेत्र कोर जोन में आता है। झिरना जोन में खारा गेट से आगे का हिस्सा कोर जोन में है। पर्यटन कारोबारियों का कहना है कि रामनगर की अर्थव्यवस्था कॉर्बेट से जुड़ी है। पर्यटन कारोबारी बुधवार को पार्क वार्डन आरके तिवारी से मिले और मामले की जानकारी ली। पार्क प्रशासन उच्च अधिकारियो से वार्ता करने की बात कह रहा है।

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