उत्तराखंड को मिल सकती है पहली महिला मुख्य सचिव, IAS राधा रतूड़ी के नाम पर चर्चा
उत्तराखंड को जल्द ही पहली महिला मुख्य सचिव मिल सकती है। आईएएस व अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी सबसे प्रबल दावेदार है। सरकार जल्द ही फैसला लेगी। सीएस एसस संधू दिल्ली में अहम जिम्मेदारी मिलने वाली है।
देहरादून । वरिष्ठ आईएएस व अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी उत्तराखंड की पहली महिला मुख्य सचिव हो सकती हैं। मुख्य सचिव डा. एसएस संधु को केंद्र में अहम जिम्मेदारी मिलने की झंडी मिल चुकी है। उत्तराखंड आईएएस काडर में हालांकि, राधा रतूड़ी सबसे वरिष्ठ नौकरशाह हैं, लेकिन मध्यप्रदेश काडर की रही राधा काडर परिवर्तन के चलते अपने 88 बैच में सबसे नीचे पायदान पर आ गई थी।
मौजूदा समय में वे अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री के साथ ही गृह और सचिवालय प्रशासन की भी जिम्मेदारी देख रही हैं। आईएएस रतूड़ी ने अपनी सादगी से भी अलग पहचान बनाई है। उनका रिटायरमेंट मार्च, 24 में है। उत्तराखंड में इससे पहले भी कई सीनियर महिला आईएएस अफसर रही हैं, पर वे मुख्य सचिव की कुर्सी तक नहीं पहुंच पाई।
सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर धामी भी राधा रतूड़ी को ब्यूरोक्रेसी का टाप बास बनाने का सिग्नल दे चुके हैं। विदित है कि राधा रतूड़ी के पति अनिल रतूड़ी भी पुलिस महानिदेशक पद से रिटायर हुए थे। मौजूदा मुख्य सचिव डा. संधु भी 88 बैच के आईएएस हैं, उन्हें केंद्र में पीएमओ, रक्षा या फिर विदेश मंत्रालय में जिम्मेदारी मिल सकती है।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने भी यह संकेत दिए हैं। हालांकि, संधु को अभी तक केंद्र की तरफ से विधिवत डेपुटेशन की हरी झंडी नहीं मिली है, लेकिन उन्हें भी प्रारंभिक सिग्नल मिल चुका है।
मुख्यमंत्री धामी की पहल पर डा. संधु पहले कार्यकाल में केंद्र से वापस लौटे थे। तब वे केंद्र में एनएचआई के चेयरमैन के रूप में जिम्मेदारी संभाल रहे थे। इससे पहले वे मानव संसाधन मंत्रालय में भी अपर सचिव रह चुके हैं।