उत्तराखंड कांग्रेस पार्टी में आक्रोश की ज्वाला भड़की , 2022 में कैसे नैया पार लगेगी
देहरादून। प्रदेश कांग्रेस में हालिया बदलाव से पार्टी के भीतर असंतोष सतह पर भी दिखने लगा है। खासतौर पर पांच अध्यक्षों के फार्मूले को लेकर उनमें रोष है। धारचूला विधायक हरीश धामी के बीते रोज नाराजगी जताने के बाद शुक्रवार को पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता नवप्रभात ने मेनिफेस्टो कमेटी के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी लेने से इन्कार कर दिया।
नवप्रभात संगठन में हालिया बदलाव से नाखुश हैं। पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय भी बदलाव के इस फार्मूले से सहमत नहीं दिख रहे हैं। इस मामले में उन्होंने नई दिल्ली में प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव से मुलाकात भी की।
कांग्रेस हाईकमान ने बीते रोज प्रदेश कांग्रेस संगठन में बड़ा बदलाव करते हुए प्रीतम ङ्क्षसह को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाकर नेता प्रतिपक्ष की नई जिम्मेदारी सौंपी। नए प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल के साथ चार कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाए गए हैं। पार्टी ने साथ में 10 कमेटी भी गठित की हैं। बदलाव के जरिये सबको साथ लेने की पार्टी की कोशिशों को शुक्रवार को बड़ा झटका लगा। पूर्व कैबिनेट मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता नवप्रभात पांच अध्यक्षों बनाने के पार्टी के कदम से खफा हैं।