खस्ताहाल हो गया उत्तराखंड परिवहन निगम ,सबसे बड़ी मार आधार कार्ड मुफ्त की यात्रा
असली हाकदार मुफ्त यात्रा नहीं कर पा रहे है जो 40 हजार पेंशन ले रहे है वे हकदार बनें हुए है।
टायरों की कमी के चलते धूल फांक रही पिथौरागढ़ डिपो की 22 बसें, यात्री परेशान,
पिथौरागढ़ । पहाड़ों की लाइफलाइन उत्तराखंड रोडवेज एक बार फिर चर्चा में है, जिसकी वजह बसों को समय से टायर न मिल पाना है. टायरों के अभाव में उत्तराखंड परिवहन निगम के पिथौरागढ़ डिपो में लगभग 22 बसें बीते एक महीने से वर्कशॉप में खड़ी धूल फांक रही हैं. नये टायर नहीं मिलने से विभिन्न रूटों में बसों का संचालन नहीं हो पा रहा है. इस वजह से जहां एक ओर परिवहन निगम को लाखों का घाटा उठाना पड़ रहा है, तो वहीं दूसरी ओर यात्रियों को भी बसों की कमी के चलते दोगुना किराया देकर मजबूरन टैक्सी में सफर करना पड़ रहा है.
उत्तराखंड परिवहन निगम के सहायक महाप्रबंधक राजेन्द्र कुमार ने बताया कि पिथौरागढ़ डिपो को 2 अगस्त को अंतिम बार 8 नये टायर मिले थे. उसके बाद टायर की कोई खेप नही आयी, जिसकी वजह से 22 बसें तो ऑफ रोड हो चुकी हैं लेकिन जल्द ही टायर नहीं मिले तो पिथौरागढ़ डिपो की सेवाएं और भी लड़खड़ा भी सकती हैं.आधार कार्ड कह वजह से 40 प्रतिशत बसों का संचालन बंद
पहाड़ों में सफर के लिए बेहतर टायर अच्छा होना बेहद जरूरी है. एक समय था जब सीमांत जिले से 109 बसें चलती थी लेकिन वर्तमान में केवल 62 बस ही पिथौरागढ़ डिपो के पास है वह भी पूरी तरीके से नहीं चल रहीं हैं. 40 प्रतिशत बसों का संचालन बंद हो जाने से रोडवेज के कई रूट प्रभावित हो रहे हैं. जिन रूटों पर एक से अधिक सेवाएं दी जा रही थी, उन्हें कम करना पड़ रहा है. दिल्ली, देहरादून जैसी लंबी यात्राओं से लौट रही बसों को तत्काल ही पुनःरूट पर भेजना पड़ रहा है.।