भाजपा में रहते संजीव आर्य बने विभीषण
संजीव आर्य भाजपा में रहते हुए उन्होने केवल काग्रेस के लोगों का हित किया । अब पार्टी छोड़ कांग्रेस में शामिल होने पर मोहन पाल ने आड़े हाथ लेते हुए कहा कि बीते चुनाव में उन्हें संजीव आर्य के पीछे अपना पैसा खर्च किया। मगर साढ़े चार साल भाजपा में राज करने के बाद अपने निजी स्वार्थों को लेकर यशपाल और संजीव आर्य ( बाप -बेटे) पार्टी छोड़ भाग गए।
नैनीताल कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और उनके पुत्र विधायक संजीव आर्य के भाजपा छोड़ कांग्रेस में भाग गये । अब भाजपा नेता और पूर्व में भीमताल विधानसभा से चुनाव लड़ चुके मोहन पाल ने नैनीताल सीट पर दावेदारी पेश की है। उन्होंने कहा कि बीते चुनाव में उन्हें संजीव आर्य के पीछे अपना पैसा खर्च किया। मगर साढ़े चार साल भाजपा में राज करने के बाद अपने निजी स्वार्थों को लेकर यशपाल आर्य और संजीव आर्य पार्टी छोड़ भाग गए।
यहां भाजपा नेता मोहन पाल नैनीताल पहुंचे। जहां नैनीताल क्लब में भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। पत्रकार वार्ता कर मोहन पाल ने नैनीताल सीट पर दावेदारी पेश की। उन्होंने कहां कि बीते वर्ष भी वह नैनीताल सीट से भाजपा के दावेदार थे। मगर संजीव आर्य के पार्टी में शामिल होने के बाद उन्हें टिकट दे दिया गया। जिस पर उन्होंने उन्होंने तन मन से ही नहीं, बल्कि अपना पैसा खर्च कर संजीव आर्य को चुनाव लड़ाते हुए जीत दर्ज करवाई।
उन्होंने कहा कि टिकट किसको देना है भाजपा के शीर्ष नेतृत्व का निर्णय होगा। यदि पार्टी द्वारा किसी अन्य दावेदार को भी टिकट दे दिया गया तो वह बीते चुनाव की तरह पार्टी और दावेदार के समर्थन में खड़े रहेंगे। उन्होंने विधायक संजीव आर्य पर आरोप लगाते हुए कहा कि लंबे समय से वह भाजपा के अंदर रहकर कांग्रेस हित में ही कार्य कर रहे थे। भाजपा में रहते हुए उन्होंने कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं को फायदा पहुंचाया है।
इस दौरान मंडल अध्यक्ष आनंद बिष्ट, भूपेंद्र बिष्ट , अरविंद पडियार, मोहित लाल साह, रीना मेहरा, भगवत रावत, , विक्की राठौर, संतोष साह समेत तमाम लोग मौजूद रहे।