गौला का पानी बन रहा है जहर
भीमताल, नैनीताल पर्यटक नगरीय व सटेे गांवों का सीवर , गंदी नालों का पानी बहकर सीधें गौला में समा जाता है । इतना ही नहीं रानीबाग में शवदाह होता है उसकी गंदगी भी गौला नदी में आता है । शीशमहल के पास पानी ट्रीटमैंन्ट किया जाता है वह भी नाम मात्र का ,बरसात के दिनों में वही गंदे पानी की सप्लाई की जाती है। हल्द्वानी शहर में वीआईपी लोग निवास करते है फिर भी उन्हें जनता की कोई चिन्ता नहीं श्हर की जनसख्या बढ़ती जा रही है वही दूषित पानी पीने को मजबूर है।
हल्द्वानी । जीवनदायिनी गौला, कोसी नदी का पानी दिन-प्रतिदिन दूषित होते जा रहा है।स्थिति यह है कि अब इसका पानी जहर बनते जा रहा है इन नदियों का पानी हमारे घर तक बीमारी बांट रहा है। रामगनर की कोसी और हल्द्वानी की गौला नदी के पानी से तो पीलिया, डायरिया व कैंसर जैसी बीमारी होने का खतरा है।
पिछले साल बारिश के बाद डेंगू, मलेरिया, पीलिया का प्रकोप बढ़ने से स्वास्थ्य महकमा हरकत में आया था। स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों ने पेयजल के नमूने लेकर जुलाई, अगस्त और अक्तूबर में जांच के लिए भेजे थे। अक्तूबर 2016 में उक्त तीनों नदियों का पानी पीने योग्य नहीं मिला था।
रामनगर की कोसी नदी में खतरनाक कैमिकल , सीवर के अलावा जानवरों के मृत्य शरीर के अंग मिले हुए थे । इसके अलावा गौला नदी के पानी में सबसे ज्यादा सीवर व कचरा व मानव शरीर के अंग मिले हुए थे क्योकि नैन्ीताल ,भीमताल नगर का सारा कचरा इसी गौला में आता है इसके अलावा होटलों व स्कूलों के सीवर व गंदी नालियों का निकास नालों में किए हुए है जो बहकर सीधें गौला में आता है। पानी में बैक्टीरिया मिले थे जो सेहत के लिए काफी खतरनाक हैं और आपको बीमार कर सकते हैं। इस बैक्टीरिया के पेट में जाने से डायरिया हो जाता है। इसकी रिपोर्ट सीएमओ को दी गई थी। सीएमओ के स्तर से रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी गई थी साथ ही जल संस्थान के अधिकारियों को समय-समय पर पानी के नमूनों की जांच कराने और क्लोरीनेशन करने को कहा गया था।सीएमओ डॉ. एलएम उप्रेती ने बताया कि रिपोर्ट स्वास्थ्य महानिदेशक को और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को भेजी थी। अभी तक कोई हलचल नहीं हो पायी है।
जिला संक्रामक रोग विशलेषक नंदन कांडपाल ने बताया कि गरमपानी में बाजार के पास स्रोत से आने वाला पानी पूरी तरह शुद्ध है। इस पानी को बेधड़क पीने के लिए प्रयोग किया जा सकता है। साथ ही ज्योलीकोट के पास भी स्रोत से आने वाला पानी भी शुद्ध है।