जब अजय भट्ट सांसद ने गोद लिए गांव की तरफ मोड़ दिया तो और क्षेत्रों की जनता क्या विकास की आश करेगी सांसद से

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ग्राम पंचायत और क्षेत्र पंचायत की बैठकों में मार्ग का मुद्दा लगातार उठाया जाता है। सीएम तक प्रस्ताव भेजा गया है। मैं हमेशा ग्रामीणों के साथ हूं, गांव की उपेक्षा के खिलाफ आंदोलन भी करना पड़े तो मैं सबसे आगे रहूंगी-ः राधा कुल्याल, ग्राम प्रधान

नैनीताल। सांसद अजय भट्ट के गोद लिए जंगलिया गांव में आजतक के अपने कार्यकसल में एक पानी कानल नहीं लगा पाये वे क्या रोड बनायेगें ऐसे सांद से क्या उम्मीद की जा सकती है। जिस बच्चों को गोद लिया उसी तरफ मुंह मोड़ लिया ।

वहां के लोगों ने व ग्राम प्रधान ने बताया कि बार-बार गुहार लगाकर थक चुके गांव के युवाओं ने खुद श्रमदान से सड़क बनाने का काम शुरू कर दिया है। डेढ़ किलोमीटर लंबी सड़क का दो सौ मीटर हिस्सा बनकर पूरा हो चुका है।

नैनीताल जिले के भीमताल ब्लॉक के जंगलिया गांव में सोलह सौ की आबादी है। गांव तक डेढ़ किलोमीटर पगडंडी पर चलकर पहुंचना पड़ता है। गांव के लिए 1984 में पहली बार मुख्य मार्ग बनाने की कवायद शुरू की गई पर कई तोक इससे नहीं जुड़ पाए।
गांव में फल और सब्जियों की खेती बहुत होती है। ऐसे में ग्रामीणों ने कालाघांगल को सड़क से जोड़ने की मांग उठाई। सड़क के लिए ग्रामीणों ने सांसद, विधायक और अफसरों से मांग की। सड़क बनने की उम्मीद नहीं जगी तो युवाओं ने खुद ही सड़क बनाने की ठान ली। दो साल पहले मनरेगा से एक लाख रुपये भी सड़क के लिए स्वीकृत हुए थे। मगर सड़क नहीं बनी। ऐसे में कोरोना के कारण गांव पहुंचे प्रवासी युवाओं ने ग्रामीणों की मदद से श्रमदान कर खुद ही सड़क बनाने का काम शुरू कर दिया है।

गांव के लोगों ने कहा कि भाजपा की लहर में नैनीताल संसदीय क्षेत्र से जीत गए लेकिन गांव के लोगों ने अभी तक उनका चेहरा नहीं देखा कि दिखने में कैसे है। वे क्या इस क्षेत्र का विकास करेगें जो अपने गृह क्षेत्र से नहीं जीत पाये यही कारण से विधायकी से हार गए थे

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