वोट बैंक के चक्कर में हिदुस्तान को पाकिस्तान बना दोगें क्या
गुरूग्राम के सार्वजनिक स्थानों व लोगों की खाली जमीनों पर मुसलमान लोग नमाज अदा कर रहे है जिसे हिन्दु संगठनों के इसका विरोध किया ,क्यों सार्वजनकि स्थानों व पार्को में लोग टहलने के लिए आते है वहां पर पूरे पार्क में नमाज अदा कर रहे है । इस पर लोगों ने इसका विरोध किया तो पुलिस ने विरोध करने वालों को ही हिरासत में ले लिया जिसे हिन्दु संगठनों ने कहा क्या इस हिन्दुस्तान को पाकिस्तान बना दोगें ।
दिल्ली । देश की राजधानी दिल्ली से सटे हरियाणा के गुरुग्राम में सार्वजनिक स्थानों पर नमाज पढ़ने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। शुक्रवार को एक बार फिर स्थानीय लोगों ने सार्वजनिक स्थानों पर नमाज पढ़ने का विरोध किया। विरोध करने की कड़ी में गुरुग्राम के सेक्टर-12ए इलाके में पहुंचे हिंदू संगठनों के प्रतिनिधियों को गुरुग्राम पुलिस ने हिरासत में लिया है। हिरासत में लिए गए लोगों की संख्या 30 बताई जा रही है। हिरासत में लेने के बाद सभी लोगों को बजघेड़ा थाने में रखा गया है। विरोध को देखते हुए जहां पर भी मुस्लिम समुदाय के लोग नमाज पढ़ते हैं, वहां पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
बता दें कि गुरुग्राम पुलिस प्रशासन की ओर से शुक्रवार को जिले में कुल 37 जगहों पर नमाज पढ़ने की अनुमति दी गई है। इससे पहले पिछले सप्घ्ताह भी हालात तनावपूर्ण हो गए थे, जब गुरुग्राम के सेक्घ्टर 12-ए स्थित एक निजी जमीन पर नमाज अदा कर रहे लोगों को विरोध हुआ था। इसमें एक हिंदू संगठन के कार्यकर्ता भी शामिल थे। इस दौरान यहां पर जमा भीड़ ने जय श्री राम के नारे भी लगाए थे।
गौरतलब है कि गुरुग्राम में खुले में नमाज को लेकर विरोध पिछले महीने से तेज हो गया है।
गुरुग्राम सेक्टर 47 में पिछले महीने कई बार खुले में जुम्मे की नमाज अदा की गई, जिसे लेकर आरडब्ल्यू के सदस्यों व विभिन्न हिंदू संगठनों से जुड़े लोगों ने विरोध किया था। इस दौरान खुले में नमाज के दौरान जब कई संगठनों के लोग पहुंचे तो पुलिस ने उनसे कहा कि जिला प्रशासन की बैठक में यह तय हुआ था कि कहां नमाज होगी? इसके बाद भी लोगों का विरोध जारी रहा।
इससे पहले 15 अक्टूबर को गुरुग्राम के सेक्टर-47 में खुले पार्क पर नमाज पढ़ने को लेकर स्थानीय लोगों ने विरोध किया था। इस दौरान स्थानीय लोगों ने माइक और स्पीकर के सहारे भजन गाए। इस दौरान सरकार के खिलाफ नारे भी लगाए गए थे। इस मौके पर भारी पुलिस बल की मौजूदगी में हाथों में तख्तियां लेकर करीब 70-80 लोग सार्वजनिक स्थानों पर नमाज बढ़ने का विरोध कर रहे थे।