क्या भाजपा नौ विधायकों को मनाने में कामयाब हो पायेगी

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देहरादून । भाजपा

ने अपने जिन 11 विधायकों के टिकट काटे उनमें से नौ को साधने में पार्टी ने पूरी ताकत झोंक दी। दो विधायकों में एक ने पालाबदल कर लिया तो दूसरे ने चुनाव मैदान में निर्दल ताल ठोकने का एलान किया है।

विधानसभा चुनाव के लिए इस बार भाजपा ने अपने जिन 11 विधायकों के टिकट काटे हैं, उनमें से नौ को साधने में पार्टी ने पूरी ताकत झोंक दी है। दो विधायकों में एक ने पालाबदल कर लिया है तो दूसरे ने स्वयं का संगठन बनाकर चुनाव मैदान में निर्दल ताल ठोकने का एलान किया है। शेष रह गए नौ विधायकों से संवाद के लिए प्रांतीय पदाधिकारियों के साथ ही सांसद और पूर्व मुख्यमंत्रियों को मोर्चे पर लगाया गया है। इसके सकारात्मक परिणाम भी आए हैं। टिकट कटने से नाराज हुए विधायकों के सुर नरम पड़े हैं।

भाजपा ने विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी चयन को कई दौर के सर्वे के साथ ही विधानसभा क्षेत्रों से मिले फीडबैक को आधार बनाया। इस कसरत के बाद पार्टी ने 11 विधायकों मुन्नी देवी (थराली), सुरेंद्र सिंह नेगी (कर्णप्रयाग), मुकेश कोली (पौड़ी), मीना गंगोला (गंगोलीहाट), बलवंत सिंह भौंर्याल (कपकोट), महेश सिंह नेगी (द्वाराहाट), रघुनाथ सिंह चौहान (अल्मोड़ा), देशराज कर्णवाल (झबरेड़ा), राजकुमार ठुकराल (रुद्रपुर), नवीन चंद्र दुम्का (लालकुंआ) व धन सिंह नेगी (टिहरी) के टिकट काट दिए। इसके साथ ही पार्टी ने खानपुर से विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के स्थान पर उनकी पत्नी कुंवरानी देवयानी सिंह और काशीपुर से विधायक हरभजन सिंह चीमा के स्थान पर उनके पुत्र त्रिलोक सिंहचीमा को प्रत्याशी बनाया है।

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