अखिलेश से हाथ मिलाया, पीठ थपथपाई और आज योगी ने बयां कर दी ‘दिल की बात
लखनऊ I कल दोस्ती का हाथ अखिलेश यादव ने बढ़ाया था, लेकिन आज बारी योगी आदित्यनाथ की थी। मंगलवार को विधानसभा के अपने पहले भाषण में योगी ने दोस्ताना रुख के लिए बिना नाम लिए अखिलेश समेत विपक्ष की पीठ खूब ठोकी। अखिलेश सोमवार को विधायक पद की शपथ के दौरान आगे बढ़कर योगी से मिलने आए थे। उस दौरान योगी ने भी अखिलेश की पीठ थपथपाई थी।
योगी ने मंगलवार को विपक्ष के साथ दोस्ती के इस सिलसिले को आगे बढ़ाया। योगी ने कहा, श्कल से मैं देख रहा हूं माननीय सदस्यों ने शपथ ग्रहण किया। जिस सकारात्मक भाव के साथ शपथ ग्रहण का कार्यक्रम शुरू हुआ। मैंने देखा कि कल तक यहां पर 343 सदस्यों ने शपक्ष ग्रहण कर लिया था। 60 सदस्य बच गए थे, उन्होंने आज यह कम लिया। किस सकारात्मक भाव के साथ। सभी लोग मिलकर इस काम को आगे बढ़ा रहे थे। आज चुनाव हो चुके हैं, अब हमें विकास और यूपी के उत्थान के बारे में सोचना है। यूपी के 25 करोड़ जनता के बारे में सोचना है।
वहीं नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना का स्वागत करते हुए कहा, श्जितना विपक्ष को मौका देंगे, उतनी ही लोकतंत्र मजबूत होगा। समय-समय पर आपके संरक्षण की जरूरत पड़ेगी। आपको यह ध्यान देना होगा कि यह जो निर्वाचित सरकार है, वो तानाशाह सरकार ना बन जाए। जब कल मैं शपथ लेने के बाद जब मैं वापस गया तो पेट्रोल पंप पर लूट की जानकारी मिली। उससे पहले अखबार में खबर थी कि नौकरी नहीं मिलने की वजह से एक नौजवान ने आत्महत्या कर ली।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में जीत के बाद पहली बार विधानसभा को संबोधित किया। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष पद पर सतीश महाना के निर्विरोध निर्वाचन के मौके पर विधानसभा में अपनी बात रखी। इस दौरान उन्होंने सतीश महाना को विधानसभा अध्यक्ष बनने की बधाई दी। उन्होंने इसे लोकतंत्र की एक स्वस्थ परंपरा करार दिया। उन्होंने कहा कि स्वस्थ लोकतंत्र में दलीय सीमाएं कभी बाधक नहीं बनेंगी। इस दौरान उन्होंने यूपी चुनाव 2022 में विपक्ष और अखिलेश यादव को हार के कारण समझा दिए।
सीएम योगी ने इस मौके पर चुनावी माहौल की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि यूपी की 25 करोड़ जनता के बेहतर भविष्य के लिए पक्ष और विपक्ष मिलकर काम करेंगे। उन्होंने कहा कि हमें यूपी के विकास के लिए काम करना होगा। उन्होंने कहा कि तमाम सदस्यों ने सदन की सदस्यता की शपथ ली। इस दौरान माहौल काफी सकारात्मक रहा है। इस प्रकार की स्थिति लोकतंत्र की परिपक्वता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष और विपक्ष मिलकर सदन की गरिमा को बढ़ाएंगे।
जनता नकार देती है नकारात्मक प्रचार
विधानसभा में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जनता परिपक्व हो चुकी है। यूपी विधानसभा चुनाव में हमने इस स्थिति को देखा है। चुनाव के दौरान आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला। कई प्रकार की नकारात्मक बातें कही गई। लेकिन, जनता ने सकारात्मक बातों को ही ध्यान में रखा। उन्होंने कहा कि हमने राष्ट्रीय चुनाव से लेकर यूपी चुनाव तक में आम जनता का मूड देखा है। वे सकारात्मक चीजों को ही स्वीकार करते हैं। नकारात्मकता को लोग नकार देते हैं।